अमित जानी का फिल्म मेकर एसोसिएशन से सवाल ‘चांदनी चौक टू चाइना’ विवादित नहीं तो ‘कराची टू नोएडा’ पर आपत्ति क्यों?
अमित जानी का फिल्म मेकर एसोसिएशन से सवाल : ‘चांदनी चौक टू चाइना’ विवादित नहीं तो ‘कराची टू नोएडा’ पर आपत्ति क्यों?
- जानी फायरफॉक्स ने लगाया भेदभाव का आरोप
- फिल्म मेकर कंबाइन ने कराची टू नोएडा और मोब्लिचिंग टाइटल को विवादित बताया
- महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के दबाव में काम कर रही है खुद को निष्पक्ष बताने वाली संस्था
ग्रेटर नोएडा : पाकिस्तानी भाभी सीमा हैदर और सचिन मीणा की पब्जी को लेकर बन रही ‘कराची टू नोएडा’ बनने से पहले विवादों के घेरे में आ गई है। फिल्म अभी पूरी तरह से शुरू भी नहीं हुई थी कि फिल्म मेकर कंबाइन ने ‘कराची टू नोएडा’ और ‘मोब्लिचिंग’ टाइटल को विवादित बताते हुए खारिज कर दिया है। आपको बता दें सीमा गुलाम हैदर एक पाकिस्तानी महिला है जो कथित तौर पर अपने भारतीय साथी से शादी करने के लिए गैरकानूनी तरीके से भारत में चार बच्चों के साथ दाखिल हुई थी। उसका प्रेम प्रसंग एक ऑनलाइन मल्टीप्लेयर गेम से शुरू हुआ।
अमित जानी ने आरोप लगाया कि वे इंडियन मोशन पिक्चर प्रोडयुसर एसोसिएशन के सम्मानित सदस्य हैं। किसी भी सदस्य को दफ़्तर आने जाने की छूट है, लेकिन 2 दिन पहले imppa के सचिव अनिल नागर्थ ने उनको कॉल करके मुंबई दफ़्तर आने से मना किया और कहा कि आप दफ़्तर आओगे तो मनसे हमारा दफ़्तर तोड़ देगी।
हम आपके टाइटल ऑनलाइन रजिस्टर्ड कर रहे है..
अमित जानी ने आरोप लगाया कि ऑनलाइन की प्रक्रिया में 17 अगस्त तक टाइटल देने के कमिटमेंट पर imppa (Indian Motion Picture Producers Association) द्वारा फीस ली गई थी, लेकिन 24 अगस्त तक वो इसको टालते रहे और अंत में मुंबई में बैठे फ़िल्म प्रोडक्शन हाउस के हाथ से बड़ी फ़िल्म निकल जाने और मनसे के दबाव में “कराची टू नोएडा” को कंटोवर्शियल कहकर रिजेक्ट कर दिया गया है।
नेपोटिज्म और पक्षपात का लगाया आरोप
अमित जानी ने फ़िल्म मेकर एसोसिएशन को जवाबी मेल में लिखा है कि यदि चांदनी चौक टु चाइना विवादित नहीं है तो कराची टू नोएडा विवादित कैसे है? साथ ही लिखा है कि फ़िल्म मेकर्स एसोसिएशन को महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना की विचार धारा पे ना चलाया जाए। अमित जानी ने आरोप लगाया कि ये नेपोटिज्म है, पक्षपात और भेदभाव पूर्ण कृत्य है, कराची टू नोएडा एक उत्तर प्रदेश का व्यक्ति (उत्तर भारतीय ) बना रहा है ये बात राज ठाकरे को बर्दास्त नहीं हो रही है। उनके दबाव में फिल्म मेकर इस फ़िल्म को रोकना चाहते हैं, लेकिन वे IMPPA के खिलाफ बम्बई उच्च न्यायलय का दरवाजा खटखटाएंगे। अमित जानी ने कहा जिस दिन उत्तर प्रदेश में योगी जी ने फ़िल्म सिटी प्रोजक्ट को पूरा कर लिया ये पक्षपाती, क्षेत्रवादी हिंदी सिनेमा उद्योग कायदे मे आ जाएगा।
सीमा और सचिन की लव स्टोरी में अब तक
आपको बता दें कि बीते 13 मई 2023 को सीमा हैदर नेपाल बॉर्डर के रास्ते से ग्रेटर नोएडा पहुंची। करीब डेढ़ महीने रबूपुरा में सचिन मीणा के साथ रहने के बाद 1 जुलाई 2023 की सुबह सीमा और सचिन रबूपुरा से भागकर मथुरा पहुंचे थे। वहां से ग्रेटर नोएडा पुलिस ने दोनों को 2 जुलाई 2023 की रात को गिरफ्तार किया। उसके बाद दोनों को कोर्ट के सामने पेश किया गया। जहां से जेल भेज दिया गया था। सीमा के वकील ने संबंधित दस्तावेज जेवर सिविल न्यायालय के सामने पेश किए। जहां से सीमा, उसके पति सचिन, सचिन के पिता नेत्रपाल और सीमा के 4 बच्चों को 7 जुलाई 2023 को जमानत मिल गई। इस जोड़े ने सार्वजनिक रूप से अपने प्यार का इज़हार किया और भारतीय अधिकारियों से अपील की कि वे उन्हें शादी करने और भारत में एक साथ रहने की अनुमति दें। पति गुलाम हैदर जो साल 2019 से सऊदी अरब में काम करता है सोशल मिडिया पर पत्नी से वापस आने की दुहाई देते दिखाई दिए।
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