अमेरिका के फेडरल रिजर्व ने ब्याज दर बढ़ाई , 186 बैंक डूबने के कगार पर
अमेरिका के फेडरल रिजर्व ने ब्याज दर बढ़ाई , 186 बैंक डूबने के कगार पर, भारत भी होगा प्रभावित ‼️अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने Fed रेट में 25 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी की है। इस घोषणा के बाद से ब्याज दर बढ़कर अब 4.75% से 5% हो जाएगा। एक्सपर्ट ये अनुमान लगा रहे थे कि अमेरिका में हाल ही में दो बैंकों के दिवालिया होने के बावजूद भी फेड दर में बढ़ोतरी होगी, ताकि महंगाई पर काबू पाया जा सके।
बीते एक साल में US फेडरल रिजर्व लगभग हर दूसरे महीने ब्याज दरों में तेज बढ़ोत्तरी कर रहा है। इससे अमेरिका में बॉण्ड यील्ड प्रभावित होती है। इसका सीधा नुकसान वहां के बैंकों पर पड़ रहा है, जो अपना अधिकतर कारोबार बॉण्ड में ही करते हैं। यह भारतीय शेयर बाजार को भी प्रभावित करेगी। अब ये देखना काफी दिलचस्प होगा कि आज शेयर बाजार कितना नीचे जाता है। दुनिया की सबसे मजबूत अर्थव्यवस्था अमेरिका इस समय गंभीर बैंकिंग संकट से जूझ रही है। अमेरिका के सिलिकॉन वैली बैंक से शुरू हुआ संकट अब तक तीन बैंकों को लील चुका है। ताजा रिपोर्ट की मानें तो
अमेरिका के 186 बैंक इस कतार में खड़े हुए हैं। अमेरिका में हाल के समय में डूबने वाले बैंक सिलिकॉन वैली और सिग्नेचर बैंक की इस स्थिति के पीछे ब्याज दरों में बेतहाशा वृद्धि को माना जा रहा है। अमेरिका मार्च 2022 के बाद से ब्याज दरों में 4.5 फीसदी का इजाफा कर चुका है। प्रमुख ब्याज दर बढ़ने से सरकारी बॉन्ड जैसी सिक्योरिटीज पर यील्ड बढ़ता है। जैसे-जैसे यील्ड बढ़ता है, पुरानी सिक्योरिटीज की मार्केट वैल्यू घटती जाती है। अमेरिका के बैंकों ने अपने एसेट्स का एक अहम हिस्सा बॉन्ड और ट्रेजरी नोट्स जैसी सिक्योरिटीज में निवेश किया हुआ है। ये बॉन्ड तब खरीदे गए थे, जब ब्याज दरें काफी कम थीं। एक साथ ब्याज दरों में भारी इजाफा होने से पहले इश्यू की गई सिक्योरिटीज की मार्केट वैल्यू काफी गिर गई। इससे बैंकों को भारी नुकसान हुआ है।
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