पढ़ाई के साथ-साथ खेलकूद भी जरूरी: प्रो. दिनेश
पढ़ाई के साथ-साथ खेलकूद भी जरूरी: प्रो. दिनेश
खेलों में भाग लेने से छात्राओं का मानसिक के साथ-साथ शारीरिक विकास
जीयू में इंटर डिपार्टमेंट वॉलीबाल और टेबल टेनिस खेलकूद प्रतियोगिता
वालीबॉल के फाइनल मुकाबलों में जीयू मैनेजमेंट बी की टीम बनी विजेता
जीयू के कुलपति ने टेबल टेनिस खेलकर किया प्रतियोगिता का शुभारम्भ
फतह सिंह उजाला
गुरुग्राम । गुरुग्राम विश्वविद्यालय में इंटर डिपार्टमेंट वॉलीबाल और टेबल टेनिस खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया । प्रतियोगिता जीयू के खेल विभाग द्वारा विश्वविद्यालय के खेल ग्राउंड में आयोजित की गयी । इंटर डिपार्टमेंट वॉलीबाल एवं टेबल टेनिस खेल प्रतियोगिता में विश्वविद्यालय की मैनेजमेंट ए , मैनेजमेंट बी, मैथमेटिक्स, बीटेक, लॉ, फीजियोथेरपी ए, फीजियोथेरपी बी,फार्मेसी, फिजिक्स, कॉमर्स, इंजीनियरिंग, विभागों की टीमों ने भाग लिया। छात्राओं ने भी पूरे उत्साह से प्रतियोगिता में भाग लिया।
खेलकूद प्रतियोगिता में गुरुग्राम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की । जीयू के कुलपति ने टेबल टेनिस खेलकर प्रतियोगिता का शुभारंभ किया । इंटर डिपार्टमेंट खेल प्रतियोगिता में टेबल टेनिस, वालीबाल, आदि के मैचों में खिलाड़ियों ने दमखम दिखाते हुए पूरे उत्साह से प्रतियोगिता में भाग लिया । वॉलीबाल फाइनल मैच में मैनेजमेंट बी ने मैथमेटिक्स को, मैनेजमेंट ए ने फार्मेसी को हराकर फाइनल में प्रवेश किया ।
मैनेजमेंट ए व मैनेजमेंट बी के बीच खेले गए वॉलीबॉल मैच के फाइनल में मैनेजमेंट बी की टीम विजेता बनी। टेबल टेनिस में सलोनी और अक्षांश ने प्रथम और चक्षु और अंजलि ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया । इस अवसर पर जीयु के कुलपति एवं मुख्य अतिथि प्रो. दिनेश कुमार ने विजेता टीमों को शुभकामनाएं देते हुए मेडल प्रदान कर सम्मानित किया । इस अवसर पर गुरुग्राम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने कहा कि पढ़ाई के साथ-साथ बच्चों के लिए खेलकूद भी जरूरी है। अब तो खेलों को शिक्षा के बराबर महत्व दिया जाता है। बच्चों के सर्वांगीण विकास में खेलकूद का अपना विशिष्ट महत्व है, आगे कुलपति ने कहा कि इस तरह के खेल आयोजन से युवाओं को अपनी प्रतिभा दिखाने को मंच मिलता है। जिससे उनके आगे बढऩे की राह आसान होती है। आगे कुलपति ने बोलते हुए कहा कि छात्र जीवन में खेलों का बहुत अधिक महत्व है।
उन्होंने कहा कि खेलों में भाग लेने से छात्राओं का मानसिक विकास के साथ शारीरिक विकास भी होता है, तथा इससे उनमें प्रतिस्पर्धा की भावना भी जागृत होती है। इसलिए विद्यार्थियों को खेलों में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेना चाहिए और विवि. में इस तरह की खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन होते रहना चाहिए। इस अवसर पर डॉ. नीलम वशिष्ठ, डॉ. सुमन वशिष्ठ,डॉ. राकेश योगी, डॉ. अशोक खन्ना, डॉ. फलक खन्ना, डॉ. विजय मेहता, डॉ. सुरेंद्र मालिक, राहुल चौहान, डॉ. सुरेंद्र मालिक समेत विवि के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे ।
Comments are closed.