गुरूग्राम में मुम्बई से भी ज्यादा एक दिन में केस: अजय यादव
गुरूग्राम में मुम्बई से भी ज्यादा एक दिन में केस: अजय यादव
विकेंड लॉकडाउन खट्टर सरकार केवल दिखावा कर रही
15 दिनों में 50 हजार से ज्यादा गुरूग्राम में कोरोना संक्रमित
फतह सिंह उजाला
गुरूग्राम। कांग्रेस नेता पूर्व मंत्री कैप्टेन अजय सिंह यादव ने कहा कि मौजूदा सरकार कोरोना संकट से निपटने में पूरी तरह से विफल रही है। जिस प्रकार से गुरूग्राम में ऑक्सीजन की कमी की वजह से लोगों की जान रही है। ज्यादातर अस्पतालों में मरीजों को बेड नहीं मिल पा रहे हैं, रेमडेसिविर इंजेक्शन के लिए लोग गिड़गिड़ा रहे हैं। इससे साफ है कि कोरोना की दूसरी लहर से निपटने के लिए न तो राज्य सरकार ने पर्याप्त तैयारी की थी और न ही हालात को काबू करने के लिए ठोस योजना ही उसके पास है। यादव ने कहा कि गुरूग्राम में एक दिन में 5 हजार से ज्यादा लोग संक्रमित हो रहे हैं। गुरूग्राम में मुम्बई से भी ज्यादा एक दिन में केस आ रहे हैं। पिछले 15 दिनों में 50 हजार से ज्यादा लोग गुरूग्राम में कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं और लगभग 100 बेकसूर लोगों ने दम तोड दिया है। बेसक गुरूग्राम में 2 दिन का विकेंड लॉकडाउन सरकार द्वारा लगाया गया हो लेकिन इससे काम चलने वाला नही है, यहां भी सरकार केवल दिखावा कर रही है।
जान जा रही जिम्मेदारी कौन लेगा
कैप्टेन अजय सिंह ने कहा कि गुरूग्राम में अस्थाई अस्पताल खोलने चाहिए जिनमें वेंटिलेटर सहित ऑक्सीजन की सुविधा भी हो। प्रधानमंत्री केयर फंड में जो पैसा आया था, आखिर उस पैसे का सरकार द्वारा क्या किया गया। पिछले 14 महिने में सरकार ने कोरोना के लिए क्या तैयारी की है। गुरूग्राम में रोजाना बेकसूरों की जान जा रही है, उसकी जिम्मेदारी कौन लेगा। पूर्व मंत्री ने कहा कि ज्यादातर अस्पतालों में मरीजों को बेड नहीं मिल पा रहे हैं, रेमडेसिविर इंजेक्शन के लिए लोग गिड़गिड़ा रहे हैं। इससे साफ है कि कोरोना की दूसरी लहर से निपटने के लिए न तो राज्य सरकार ने पर्याप्त तैयारी की थी और न ही हालात को काबू करने के लिए ठोस योजना ही बनाई थी। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार दावा करती रही कि देश में कोरोना संक्रमण पर काबू पा लिया गया है और कहा गया कि भारत अन्य देशों में वैक्सिन निर्यात कर रहा है। देश में वैक्सिनेशन किए बिना झूठी वाहवाही लूटने के लिए विदेशों में दवाईयां भेजी गई। वैक्सीन के अलावा ऑक्सीजन भी निर्यात किया गयाए जबकि देश की वास्तविक स्थिति, मांग और जरूरत पडने पर व्यवस्था करने के प्रति कोई भी तैयारी नहीं की गई।
दवाईयों की तो अभी भी पूर्ति नही
उन्होंनंे कहा कि 2019-20 के दौरान भारत ने करीब 4514 करोड़ रूपए की ऑक्सीन का निर्यात किया। अगर ये निर्यात नहीं होता तो आज मेडिकल, ऑक्सीजन संकट से जूझ रहे गंभीर मरीजों के इलाज के लिए महत्वपूर्ण संसाधन होता। इसी प्रकार पूरे देश के नागरिकों को वैक्सीन दिए बगैर ही विदेशों में निर्यात करने का कदम कहां तक उचित है। इसी प्रकार हरियाणा में ऑक्सीजन की भारी कमी सामने आ रही है, जबकि प्रदेश में ऑक्सीजन उत्पादन जरूरत से ज्यादा उपलब्ध है। बावजूद इसके अस्पतालों में अगर कमी है तो इसके पीछे सरकारी लचर कार्यप्रणाली है। आज नतीजा यह है कि गुरूग्राम में आक्सीजन की कमी है और बहूत से लोगों ने आक्सीजन की कमी के चलते दम तोड दिया है। यादव ने कहा कि सरकार 1 मई से 18 वर्ष से अधिक उम्र के नागरिकों को वैक्सीनेशन की बात बोल रही है, जबकि सच्चाई यह है कि दवाईयों की तो अभी भी पूर्ति नही हो रही तो फिर 18 वर्ष से उपर की उम्र तक यदि वैक्सीन लगेगी तो सरकार कहां से पर्याप्त वैक्सीन लाएगी। यादव ने लोगों से अपील कि है कि आप लोग अपना स्वयं ध्यान रखें। यह सरकार आपके लिए कुछ करने वाली नही है।
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