सूबे की आर्थिक राजधानी गुरुग्राम में कर्फ्यू लगाने की नसीहत !
कोरोना का कोहराम
सूबे की आर्थिक राजधानी गुरुग्राम में कर्फ्यू लगाने की नसीहत !
गुरुग्राम में सुलगती चिताओं की तपिश से बड़े राव हुए आहत
सीएम खट्टर से राव इंद्रजीत सिह ने कही अपने मन की बात
जितना जल्दी संभव हो सके गुरुग्राम में कर्फ्यू लगा देना चाहिए
फतह सिंह उजाला
गुरुग्राम । कोरोना कॉविड 19 के तेजी से पांव फैलाने के साथ हरियाणा की आर्थिक राजधानी और मेडिकल हब गुरुग्राम को पूरी तरह से अपनी जकड़ में लेने के बाद केंद्र में मोदी मंत्रिमंडल में वजीर राव इंद्रजीत सिंह भी बुरी तरह से आहत हुए दिखाई देने लगे हैं । कोरोना कोविड-19 महामारी के चलते मेडिकल हब कहलाने वाले गुरुग्राम में कोरोना के कारण हो रही मौतों के बाद मरने वालों की चिताओं से निकलती लपटों की तपिश ने सांसद एवं केंद्र में मंत्री राव इंद्रजीत सिंह को भी बुरी तरह से विचलित कर दिया है ।
गुरुग्राम में बेकाबू होते कोरोना कोविड-19 के साथ- साथ यहां मरने वालों की संख्या और सुलगती चिताओं के साथ बिलखते परिजनों और रिश्ते नातेदारों की सिसकियों के बीच राव इंद्रजीत सिंह ने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से फोन पर बात करते हुए गुरुग्राम में पूरी तरह से कुछ समय के लिए कर्फ्यू लगाने की वकालत की है । जानकारी के मुताबिक राव इंद्रजीत सिंह ने गुरुग्राम में कोरोना कोविड-19 के कारण बेकाबू हालातों का हवाला देते हुए सीएम खट्टर को अवगत कराया है कि यहां पर कोरोना कॉविड के मरीजों की संख्या लगातार तेजी से बढ़ती जा रही है । ऐसे में कोरोना कॉविड 19 के फैलते संक्रमण को रोकने के लिए जितना जल्दी संभव हो सके , गुरुग्राम में पूरी तरह से कर्फ्यू लगा देना चाहिए । राव इंद्रजीत सिंह के द्वारा कहा गया है कि आम जनमानस की जान की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए और इसका एक ही विकल्प सहित उपाय है कि गुरुग्राम में पूरी तरह से कर्फ्यू लगाना ही होगा।
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ही जीएमडीए की बैठक में राव इंद्रजीत सिंह और सीएम मनोहर लाल खट्टर दोनों एक साथ मौजूद थे । वही एक दिन पहले ही सीएम मनोहर लाल खट्टर भी गुरुग्राम में फूटे कोरोना कॉविड 19 के प्रकोप से बने हालात का जायजा लेने के लिए पहुंचे थे।
सांसद एवं केंद्र में मंत्री राव इंद्रजीत सिंह के द्वारा यह भी सलाह दी गई है कि गुरुग्राम में कर्फ्यू लगाए जाने के दौरान केवल मात्र दैनिक जरूरत की वस्तुओं और सामान की दुकानों को छोड़कर तमाम गतिविधियों पर पाबंदी लगा देनी चाहिए। आम लोगों की आवाजाही पूरी तरह से बंद हो, इसके साथ ही सभी बाजार और मार्केट भी पूरी तरह से बंद रहनी चाहिए । राव इंद्रजीत सिंह के द्वारा कहा गया है कि कोरोना कोविड-19 के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए मौजूदा हालात को देखते हुए कर्फ्यू लगाना बहुत जरूरी और महत्वपूर्ण है । राव इंद्रजीत सिंह के द्वारा कहा गया है कि उन्हें ऐसी सूचना विभिन्न माध्यमों से मिल रही है कि गुरुग्राम के श्मशान घाट में भी मृतकों के शव का अंतिम संस्कार किया जाने के लिए लाइने लगने के साथ- साथ कई-कई घंटों तक इंतजार भी करना पड़ रहा है । ऐसे में राज्य सरकार और हमारी जनहित में जिम्मेदारी यही बनती है कि हालात और अधिक बिगड़े कि इससे पहले स्थिति पर नियंत्रण किया जाना बहुत जरूरी है । ऐसे में एकमात्र विकल्प कर्फ्यू ही सामने दिखाई देता है। यह बात भी ठीक है कि कर्फ्यू के दौरान लोगों को कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है? लेकिन जो हालात बने हुए हैं , उम्मीद की जा सकती है किस सरकार के द्वारा लिए गए किसी भी फैसले में आम लोगों का समर्थन और सहयोग मिलने से भी इनकार नहीं किया जा सकता है । अब देखना यह है कि सांसद एवं केंद्र में मंत्री राव इंद्रजीत सिंह के द्वारा दी गई इस सलाह को सुबे के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर कितनी गंभीरता से लेते हैं।
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