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दादा और पिता के राजनीतिक गढ़ पटौदी में आरती राव विरोध !

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दादा और पिता के राजनीतिक गढ़ पटौदी में आरती राव विरोध !

पटौदी से 1967 में एमएलए बन दादा राव वीरेंद्र बने हरियाणा के सीएम

पटौदी विधानसभा क्षेत्र रामपुरा हाउस का रहा है कट्टर समर्थक

गुरुवार को गांव बसपादमका में महिलाओं ने प्रकट की नाराजगी

गांव की गली-गली में गंदा पानी और घरों में भरा है कीचड़

आरती राव बोली पटौदी क्षेत्र राव परिवार के लिए सोने का हार

उनका परिवार पटौदी की जनता के प्यार को नहीं भुला सकता

फतह सिंह उजाला
पटौदी ।  
  एक लंबे अरसे के बाद में केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह की पुत्री एवं भारतीय जनता पार्टी प्रदेश कार्यकारिणी की सदस्य आरती राव अपने स्वर्गीय दादा राव बिरेंदर सिंह जो कि पटौदी से ही 1967 में चुनाव लड़ कर हरियाणा के पहले मुख्यमंत्री बने । एक लंबे अरसे के बाद यहां ग्रामीणों के बीच सुख दुख की बात साझा करने के लिए पहुंची । लेकिन संभवत आरती राव को इस बात का बिल्कुल भी एहसास नहीं रहा होगा कि जिस जोश उत्साह के साथ में ग्रामीणों के द्वारा विशेष रूप से महिलाओं ने उनका आदर सत्कार अभिनंदन किया ? उसके विपरीत विरोध का भी सामना करना पड़ सकता है ! आखिर हुआ भी यही ,  गांव बसपादमका जिसे कि स्वर्गीय राव बिरेंदर सिंह ने हमेशा अपने राजनीतिक जीवन में सर्वाेपरि मान सम्मान प्रदान किया , उसका मुख्य कारण चुनाव के दौरान इसी गांव के द्वारा राव बिरेंदर सिंह के पक्ष में शत प्रतिशत मतदान करके उन्हें चंडीगढ़ तक की दावेदारी का मौका उपलब्ध करवाया था ।

गुरुवार को आरती राव के द्वारा अपने पिता केंद्रीय मंत्री राव इंदरजीत सिंह और स्वर्गीय दादा पूर्व सीएम एवं केंद्रीय मंत्री राव वीरेंद्र सिंह के अभेद्य राजनीतिक गढ़ पटौदी के गांव बसपादमका और गांव बपास में ग्रामीणों के द्वारा चाय के निमंत्रण पर आमंत्रित किया गया था । इस दौरान विशेष रूप से राव इंद्रजीत सिंह समर्थकों में हेली मंडी नगर पालिका के निवर्तमान चेयरमैन सुरेश यादव , पटौदी की पूर्व एमएलए विमला चौधरी , विजय यादव , रोशन लाल यादव, पटौदी पालिका के निवर्तमान पार्षद योगेंद्र बबली , मास्टर भूरी, मार्केट कमेटी के पूर्व चेयरमैन श्यामलल अग्रवाल, पूर्व सरपंच करण सिंह, बलवीर , संजीव जनौला , कृष्ण जनौला , ऊंचा माजरा से पूर्व प्रिंसिपल रूपचंद यादव सहित अनेक समर्थक और कार्यकर्ता मौजूद रहे । गुरुवार को अपने जनसंपर्क अभियान के दौरान गांव बास पदमका और गांव बपास में ग्रामीणों के द्वारा आरती राव के समक्ष विशेष रुप से मार्केटिंग बोर्ड के अधीन बनाई जाने वाली सड़कों की तरफ ध्यान आकर्षित करते हुए मांग पत्र भी सौंपा । इस अवसर पर बसपादमका  के प्राइमरी स्कूल में अध्यापकों की कमी पर खासतौर से आरती राव का ध्या दिलाय बया। उन्होंने कहा की यह सभी मांग पत्र वह अपने पिता राव इंद्रजीत सिंह को सौंप कर ग्रामीणों की सड़क सहित अन्य न्रकार की समस्याओं का जल्द से जल्द समाधान करवाने का प्रयास करेंगी।

इस मौके पर उन्होंने कहा आज के समय में कोई चुनावी या राजनीतिक माहौल नहीं न ह ीवह वोट मांगने के लिए आई। वह केवल रामपुरा हाउस और राव परिवार के समर्थकों के निमंत्रण पर चाय पीने के लिए ही और ग्रामीणों की समस्याएं जानने सहित उनके समाधान के प्रयास के लिए ही विशेष रूप से पहुंची हैं । गांव बसपादमका ने जब ग्रामीण महिलाओं के द्वारा गांव की गलियों में गंदा पानी और घरों में कीचड़ भरा होने की गंभीर समस्या पर अपनी नाराजगी शहीद कथित रूप से विरोध दर्ज किया गया तो , पूर्व एमएलए विमला चौधरी ने कथित रूप से विरोध करने वाली महिलाओं को यहां तक कह दिया कि जब किसी के बहकावे में विरोध करने के लिए भेजा गया है , तो ऐसे में विरोध करने के अलावा तुम्हारे पास और कोई काम भी नहीं है । पटौदी क्षेत्र एकमात्र ऐसा इलाका रहा है जो आरंभ से ही राव परिवार और रामपुरा हाउस के हर सुख और दुख में साझीदार बना रहा है । जब भी मौका मिला है , राव इंद्रजीत सिंह के द्वारा बिना किसी भेदभाव के अन्य क्षेत्रों के मुकाबले पाटोदी को विकास कार्यों के मामले में कहीं ना कहीं अधिक तवज्जो प्रदान की गई है ।

बहरहाल जिस प्रकार के कयास और अटकले लगाई जा रही थी कि शुक्रवार को पटोदी पंचायत समिति के चेयरमैन और वाइस चेयरमैन के होने वाले चुनाव में किसी न किसी ऐसे उम्मीदवार या प्रत्याशी की तरफ भी इशारा किया जा सकता है जो कि रामपुरा हाउस सहित केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह का समर्थक है , उसी उम्मीदवार को समर्थन दिया जाए?  लेकिन इस प्रकार की गुरुवार को ग्रामीण संपर्क अभियान के दौरान किसी प्रकार की कोई भी बात या चर्चा सामने नहीं आ सकी । आरती राव का दोनों गांवों में पहुंचने पर ग्रामीणों विशेष रूप से महिलाओं के द्वारा पारंपरिक ग्रामीण तरीके से पगड़ी पहनाकर अभिनंदन किया गया।

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