रोजगार की तलाश में निकले युवक को बनाया बंधक; परिजनों से मांगी 10 लाख की फिरौती, दो आरोपी गिरफ्तार
बाराबंकी : रोजगार की तलाश कर रहे युवक का बड़े ही अनोखे ढंग से अपहरण कर लिया गया. अपहरणकर्ताओं ने युवक के परिजनों को कॉल करके 10 लाख रुपये की फिरौती भी मांगी. जिसके बाद परिजनों ने मामले की सूचना पुलिस को दी. सूचना के बाद सक्रिय हुई पुलिस ने आखिरकार अपहृत युवक को सकुशल बरामद कर दो अपहरणकर्ताओं को गिरफ्तार किया है.
एडिशनल एसपी विकास चन्द्र त्रिपाठी ने बताया कि पूछताछ में पता चला कि अपहृत युवक रवि कुमार अक्सर अपने गांव के रहने वाले एक युवक से काम दिलाने के लिए कहा करता था. युवक ने आरोपी सुभाष से लखनऊ में काम दिलाने की सिफारिश की थी और रवि से मिलवाया था. गांव में रहने वाले युवक और सुभाष दोनों की मुलाकात हिमाचल प्रदेश के शिमला में काम करने के दौरान हुई थी और फिर दोनों में जान पहचान बढ़ गई थी. उन्होंने बताया कि सुभाष ने रवि गौतम को काम दिलाने के लिए लखनऊ बुलाया. रवि के लखनऊ पहुंचने के बाद सुभाष के मन मे लालच आ गया और उसने अपने एक साथी विकास के साथ मिलकर रवि का अपहरण कर पैसे वसूलने की योजना बना डाली.
10 लाख रुपये की डिमांड की थी : उन्होंने बताया कि सुभाष ने अपने साथी के साथ मिलकर रवि गौतम को बंधक बना लिया और फिर उसके घर फोन करके फिरौती के रूप में 10 लाख रुपये की डिमांड की. सुभाष ने बाइक को उधार खरीदा था, लिहाजा उसने ये सोचा था कि फिरौती में मिलने वाली रकम से वह उधार भी चुका देगा. एडिशनल एसपी ने बताया कि पुलिस टीम ने इस घटना से सम्बंधित दो अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है और अपहृत युवक को उनके कब्जे से छुड़ाया है. पुलिस के मुताबिक, आरोपी सुभाष कुमार उन्नाव और दूसरा विकास फतेहपुर का रहने वाला है. पुलिस टीम ने दोनों अपहरणकर्ताओं को मंगलवार को जरखा नहर पुल से गिरफ्तार कर लिया है.
यह था मामला : फतेहपुर थाना क्षेत्र के अल्लापुर रानीमऊ निवासी रामदास गौतम ने 19 मई को थाने पर सूचना दी थी कि 18 मई की रात में उसके बेटे रवि कुमार गौतम का अपहरण कर लिया गया है. जिसके बाद पुलिस कप्तान अर्पित विजयवर्गीय ने युवक की बरामदगी के लिये पुलिस टीमों का गठन कर दिया था.

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