आजाद हिंद फौज के नाम पर गुरुग्राम में एक चौक का नामकरण हो
आजाद हिंद फौज के नाम पर गुरुग्राम में एक चौक का नामकरण हो
नेताजी सुभाष प्रश्नोत्तरी हरियाणां के पाठ्यक्रम में शामिल करवाने की मांग
नेता जी की जयंती पर उनके आज़ादी आंदोलन में योगदान को याद किया
गुरुग्राम ज़िला में नेता जी की जयंती ‘पराक्रम दिवस’ के रूप में मनाई
फतह सिंह उजाला
गुरुग्राम । नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125 वीं जयंती संडे को गुरुग्राम ज़िला में ‘पराक्रम दिवस ‘ के रूप में धूमधाम से मनाई गई। ज़िला में नेता जी की जयंती पर कई जगह कार्यक्रम आयोजित कर उनके आज़ादी आंदोलन में दिए गये योगदान को याद किया गया ।
इसी कड़ी में गुरुग्राम की स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी समिति ने भी नेता जी की जयंती पर एक कार्यक्रम सिविल लाइंस स्थित स्वतंत्रता सेनानी जिला परिषद हाल में आयोजित किया। इस कार्यक्रम में श्री नवीन गोयल उपस्थित हुए । सभी ने नेता जी की फोटो पर पुष्प अर्पित कर उनके जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आजाद हिंद फौज (आई एन ए)के नाम पर गुरुग्राम में एक चौक का नाम होना चाहिए जिसके लिए उपस्थित जनसमूह ने हाथ उठाकर समर्थन किया।
अतिथि द्वारा नेताजी सुभाष चंद्र बोस पर प्रकाशित एक पुस्तक नेताजी सुभाष प्रश्नोत्तरीष् का विमोचन किया और उपस्थित लोगों को वह पुस्तक वितरित भी की। समिति के ज़िला अध्यक्ष कपूर सिंह दलाल ने आए हुए उपस्थित जनों का स्वागत किया तथा आह्वान किया कि हर साल हम सभी इसी प्रकार से एकत्रित होकर नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती मनाते रहें। उन्होंने नेताजी सुभाष चंद्र बोस पर आधारित एक कविता ‘खूनी हस्ताक्षर’ सुना कर लोगों में जोश जगाया। समिति के महासचिव सूबेदार बिजेंद्र सिंह ठाकरान ने नेता जी की जीवनी पर प्रकाश डाला तथा स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी समिति द्वारा किए गए कार्यों का विवरण लोगों के सामने प्रस्तुत किया और बताया कि नेताजी सुभाष प्रश्नोत्तरी को हरियाणा के स्कूलों के पाठ्यक्रम में शामिल करवाने की मांग की गयी है । समिति की तरफ से उपस्थित जनसमूह को नेताजी के फोटो के साथ एक बैज भी लगाया गया।
समिति के मीडिया सचिव अतर सिंह संधू ने कहा कि पूरे देश में युवा देश की आजादी के लिए नेताजी के योगदान को हमेशा याद रखेगा। समिति के सदस्य श्री लेखराज सिंह राघव ने बताया कि यह समारोह हम हर साल इसे बेहतर तरीके से मनाने का प्रयास करेंगे। समिति के उपाध्यक्ष रोशन लाल यादव ने बताया कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस अखंड भारत के प्रथम प्रधानमंत्री थे जिन्होंने 21 अक्टूबर 1943 को आजाद हिंद सरकार की स्थापना की थी तथा 31 दिसंबर 1943 को अंडेमान निकोबार द्वीप में तिरंगा झंडा फहराया था। समारोह में सैकड़ों लोगों ने हिस्सा लिया और नेताजी सुभाष चंद्र बोस को श्रधांजलि देते हुए उनके आज़ादी आंदोलन में योगदान को याद किया। इस समारोह में हरि सिंह सनसनवाल , राष्ट्र दहिया, बलराज सिंह अहलावत, कर्मवीर कटारिया, सिंह राघव, प्रमिला चाहर, मोना यादव, हवा सिंह, वेद रामपुरा, बनवारी लाल सिंगला के अलावा कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
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