आज तक कोई भी किसान आंदोलन फेल नहीं हुआ: ओपी चौटाला
ऐलनाबाद उपचुनाव से भाग रही सुबे की गठबंधन सरकार
उपचुनाव में जनता जीताएगी इनेलो का ही उम्मीदवार
उपचुनाव के बाद टूटेगा गठबंधन होंगे मध्यावधि चुनाव
ओपी चौटाला बोले जात नहीं जमात होती है सबसे बड़ी
फतह सिंह उजाला
हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी और जननायक जनता पार्टी गठबंधन सरकार के नेताओं के द्वारा बीते 10 माह के दौरान की जा रही जनसभा बैठक और रैली का विरोध देखने के लिए लगातार मिल रहा है। ठीक इसके विपरीत 23 सितंबर को राव तुलाराम शहीदी दिवस और अब शनिवार को मेवात और जींद में जननायक जनता पार्टी तथा इंडियन नेशनल लोकदल के द्वारा पूर्व उप प्रधानमंत्री चौधरी देवी लाल की याद में आयोजित रैली का रत्ती भर भी विरोध देखने के लिए नहीं मिला । हालांकि मेवात में किसान आंदोलन के आरंभ में गठबंधन में भागीदार भाजपा का कथित विरोध देखने के लिए मिला था।
जींद में इंडियन नेशनल लोकदल के द्वारा आयोजित सम्मान दिवस रैली के मंच से पूर्व सीएम एवं इंडियन नेशनल लोक दल सुप्रीमो ओम प्रकाश चौटाला ने सीधे-सीधे किसानों के मुद्दे और किसान आंदोलन को लेकर ही अपनी बात कही । उन्होंने कहा कि आज तक देश में एक भी किसान आंदोलन नकारा अथवा फेल नहीं हुआ है । उन्होंने कहा जात नहीं जमात ही सबसे बड़ी होती है । मंच से ही चौटाला ने सुबे की गठबंधन सरकार पर चोट करते हुए कहा की सरकार ऐलनाबाद उपचुनाव से अपनी हार को देखते हुए भाग रही है । संविधान के मुताबिक रिक्त सीट पर 6 माह के अंदर चुनाव हो जाना चाहिए । उन्होंने कहां कि उप चुनाव में जनता इंडियन नेशनल लोकदल के ही उम्मीदवार को जीताएगी, इसके बाद में हरियाणा में गठबंधन का टूटना तय है और गठबंधन टूटने के साथ ही मध्यावधि चुनाव भी होंगे। मध्यावधि चुनाव के बाद इंडियन नेशनल लोकदल की सरकार बनना भी तय है। ओम प्रकाश चौटाला ने पंजाब के पूर्व सीएम प्रकाश सिंह बादल, भाजपा नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह डूमरखा, जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारुख अब्दुल्ला , जनता दल यूनाइटेड के केसी त्यागी सहित अन्य नेताओं की मौजूदगी में कहा कि किसान अपने हक के लिए संघर्ष करते हुए गर्मी सर्दी बरसात आंधी तूफान की परवाह ना कर आंदोलन कर रहे हैं । इस आंदोलन में हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई किसान कमेरा मजदूर व्यापारी शहीद 36 बिरादरी शामिल है ।
ओपी चौटाला ने कहा पहला किसान आंदोलन 1907, दूसरा किसान आंदोलन 19 17, तीसरा किसान आंदोलन 1918 , चौथा किसान आंदोलन 1928 में हुआ और इन सभी किसान आंदोलन में किसानों की ही जीत हुई । सबसे खास बात यह है कि इनमें से 2 किसान आंदोलन पीएम मोदी के गृह राज्य गुजरात में हुए और किसानों के आंदोलन को जीत प्राप्त हुई । उन्होंने कहा मौजूदा किसान आंदोलन में भी किसानों को अपनी एकजुटता बनाए रखनी होगी । मंच से ओम प्रकाश चौटाला ने कहा की एक साजिश के तहत कांग्रेस सरकार ने उनको 10 साल जेल में भेजा । मैं अपनी सजा पूरी कर अब आवाम के बीच में मौजूद हूं , उन्होंने कहा कांग्रेस की यह सोच थी कि ओम प्रकाश चौटाला के जेल में जाने के बाद जेल में ही ओम प्रकाश चौटाला का दम टूट जाएगा और इसके साथ ही इंडियन नेशनल लोकदल भी समाप्त हो जाएगा । उन्होंने खचाखच भरे पंडाल में समर्थकों की मौजूदगी से उत्साहित होते हुए कहा की आप सब कार्यकर्ताओं का विश्वास और पार्टी के प्रति समर्पण ही है , जो इंडियन नेशनल लोकदल पहले से भी अधिक मजबूत संगठन बनकर सामने आया है ।
ओम प्रकाश चौटाला ने कहा की हरियाणा में ऐलनाबाद उपचुनाव में इंडियन नेशनल लोकदल की जीत के बाद जो भी राजनीतिक समीकरण बनेंगे , उसका असर अन्य राज्यों में भी देखने के लिए मिलेगा। इतना ही नहीं अन्य राज्यों में राजनीतिक परिवर्तन भी होगा। उन्होंने भरोसा दिलाया कि इंडियन नेशनल लोकदल की सरकार बनने के बाद बिना किसी भेदभाव के 36 बिरादरी के पढ़े-लिखे बेरोजगार युवाओं को उनकी योग्यता के मुताबिक नौकरियां दी जाएंगी। बेशक से युवाओं के अभिभावकों के द्वारा किसी भी पार्टी को अपना वोट दिया गया हो । युवाओं को रोजगार उपलब्ध करवाने में वोट की राजनीति का दखल स्वीकार्य नहीं रहेगा । मां-बाप भले ही किसी भी पार्टी को वोट दें , प्रदेश में इंडियन नेशनल लोक दल की सरकार बनने के बाद माता-पिता की भूल की सजा बेरोजगार युवकों को नहीं दी जाएगी । उन्होंने मंच से आह्वान किया कि जो भी साथी बिछड़ गए किन्ही कारणों से रूठे हुए हैं ऐसे सभी लोगों को संगठन के साथ में जोड़कर इंडियन नेशनल लोकदल को और अधिक मजबूत बनाने का काम अभिषेक कर लेना चाहिए। ओम प्रकाश चौटाला ने कहा देश में महात्मा गांधी को राष्ट्रपिता के नाम से पहचाना जाता है , पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू को चाचा कहकर बुलाया जाता है, लेकिन भारतीय समाज में सबसे ऊंचा सामाजिक दर्जा ताऊ का है । पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी देवीलाल को पूरे देश में ताऊ देवी लाल के नाम से ही बुलाया जाता है । पिता और चाचा भले ही गलतियों की सजा दें , लेकिन भारतीय समाज में ताऊ का दिल बहुत बड़ा होता है और ताऊ तमाम गलतियों को माफ भी कर देता है ।
इसी मौके पर किसानों के मसीहा सर छोटू राम के नाती भाजपा नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह डूमरखा ने कहा 30 वर्ष पहले देश में आर्थिक सुधार की नींव रखी गई । हरियाणा और देश में हक हकूक के लिए सबसे पहला न्याय युद्ध चौधरी देवीलाल ने हीं आरंभ किया और जीत भी प्राप्त की । उन्होंने भी किसान आंदोलन का समर्थन करते हुए कहां की किसान अपने हक हकूक अधिकार की लड़ाई लड़ रहे हैं । उन्होंने कहा बीते 4 वर्ष के दौरान भारत में नए 312 करोड़पति और 34 अरबपति नए बने हैं। बीते 2 वर्ष के दौरान 700 लोग करोड़पति बनने वालों की सूची में शामिल है । चौधरी बिरेंदर सिंह ने सवाल उठाया कि ऐसा क्या कारण है गरीब शोषित किसान गरीब मजदूर वर्ग की आर्थिक स्थिति में रत्ती भर भी सुधार नहीं हुआ है । जबकि कोरोना महामारी में किसानों की बदौलत देश मैं भरपूर अन का भंडारण किया गया । निर्यात में बढ़ोतरी हुई , लेकिन एक भी किसान अथवा मजदूर करोड़पति नहीं बन सका । उन्होंने कहा देश की धन-दौलत संपदा पर कुछ गिनती के लोगों का कब्जा हो चुका है । चौधरी बिरेंदर सिंह ने कहा अब समय बदल रहा है और भविष्य में जिसके साथ 75 से 80 प्रतिशत गांव देहात में रहने वाले लोग जुड़कर समर्थन करेंगे । उसके बाद ही वास्तविक प्रजातंत्र की स्थापना हो सकेगी । उन्होंने कहा की जात पात अमीर गरीब अन्य कारणों से समाज के विभिन्न वर्ग के लोगों को बांटने वालों को अब मुंह तोड़ जवाब देने का समय आ चुका है ।
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने मंच से कहा की मेरी आयु करीब 94 वर्ष की हो चुकी है और 70 वर्ष का राजनीतिक अनुभव भी है । उन्होंने कहा दिल्ली में केंद्र की सरकार में सत्ता में बैठे लोगों ने गांव किसान देहात खेत खलिहान गरीब मजदूर को नहीं देखा है , यदि देखा होता तो आज बीते 10 माह से देशभर के किसान दिल्ली के चारों तरफ आंदोलन कर धरना देकर नहीं बैठते । उन्होंने साफ साफ शब्दों में कहा की जब तक देश में तमाम क्षेत्रीय राजनीतिक पार्टी को एक साथ एक मंच पर आकर बड़े कहे जाने वाले राजनीतिक दलों को चुनाव में सबक सिखाना ही होगा । प्रकाश सिंह बादल ने कहा पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई ने ही स्वर्गीय चौधरी देवी लाल की पहली प्रतिमा का अपने हाथों अनावरण किया था । आपातकाल के दौरान 19 महीने तक चौधरी देवी लाल जेल में रहे , लेकिन किसान कमरे गरीब मजदूर के हित के साथ में कभी भी कोई राजनीतिक समझौता नहीं किया । केंद्र में जब जनता दल की सरकार बनी तो चौधरी देवीलाल ने प्रधानमंत्री बनने से इंकार कर वीपी सिंह को ही प्रधानमंत्री बनाया। ऐसा त्याग और बलिदान तथा कुर्बानी केवल चौधरी देवी लाल जैसी शख्सियत ही दे सकती है । कांग्रेस पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा पंजाब में ही जो कुछ हो रहा है सभी के सामने है । उन्होंने पूर्व सीएम ओमप्रकाश चौटाला का आह्वान किया कि देश के तमाम विपक्षी दलों को एक मंच पर लाकर नए मोर्चे का गठन कर आम जनता के सपनों को पूरा करने के लिए सरकार बनाने के विकल्प पर विचार किया जाना चाहिए । वहीं उन्होंने बेबाक तरीके से कहा की सभी राज्यों में क्षेत्रीय पार्टियों की ही सरकार बननी चाहिए। क्योंकि क्षेत्रीय पार्टियां और इनके नेताओं को अपने अपने राज्य के लोगों की समस्याओं और परेशानियों की सबसे अधिक और बेहतर जानकारी होती है । जब क्षेत्रीय पार्टियों की राज्यों में सरकार बनेगी तो लोगों के मन के मुताबिक काम होंगे और सुविधाएं भी मिलेंगी।
Comments are closed.