दिमागी, शारीरिक और मानसिक रूप से मजबूत बनाता है एनसीसी – कर्नल एसके कौशिक
लायन पब्लिक स्कूल गुरुग्राम प्रबंधन ने किया सैन्य अधिकारी का अभिनंदन
सामाजिक जिम्मेदारी के साथ युवा वर्ग पर्यावरण बचाने का भी ले संकल्प
कमांडिंग आफिसर कर्नल एसके कौशिक ने छात्रों से मुलाकात कर प्रेरित किया
फतह सिंह उजाला
गुरुग्राम। पांचवी हरियाणा एनसीसी बटालियन के कमांडिंग आफिसर कर्नल एसके कौशिक लगातार विभिन्न स्कूलों का विजिट कर रहे हैं इसी कड़ी में कर्नल एसके कौशिक लायन पब्लिक स्कूल में विशेष रूप से पहुंचे यहां आगमन पर उनका स्वागत स्कूल प्रबंधन के साथ-साथ युवा छात्र वर्ग के द्वारा किया गया। स्कूल पहुंचने पर प्रबंधन के द्वारा कर्नल एसके कौशिक को एक पौधा और कपड़े का फायदा भेंट किया गया। स्कूल परिसर में ही पाकिस्तान सेना के द्वारा 16 दिसंबर 1971 को आत्मसमर्पण किया जाने का ऐतिहासिक विशाल चित्र देखकर सैन्य अधिकारी का सीना गर्व के साथ चौड़ा हो गया।
पांचवी हरियाणा एनसीसी बटालियन गुरुग्राम के कमांडिंग आफिसर कर्नल एसके कौशिक ने युवा छात्र वर्ग को एनसीसी के विषय में जानकारी देते हुए इसके जीवन पर्यंत होने वाले लाभ के विषय में जानकारी दी। उन्होंने विद्यालय में मौजूद युवा छात्र-छात्राओं का आह्वान किया कि युवाओं को फौलादी मानसिकता और अनुशासित जीवन के लिए एनसीसी अवश्य ज्वाइन करनी चाहिए। एनसीसी एक ऐसी यूनिट और प्लेटफार्म है । जहां पर युवाओं को अनुशासन के विषय में जानकारी देते हुए विभिन्न प्रकार के सैन्य प्रशिक्षण योग्य और अनुभवी सैन्य अधिकारियों के द्वारा दिए जाते हैं।
कर्नल कौशिक ने बताया एनसीसी छात्रों को शारीरिक और मानसिक रूप से मजबूत बनाएगा और छात्रों में नेतृत्व, टीमवर्क और आत्माविश्वास जैसे महत्वपूर्ण जीवन कौशल सीखने में मदद करेगा। एनसीसी कैडेट्स को नौसेना, वायु सेना में शामिल होने के अवसर मिलते हैं। एनसीसी सर्टिफिकेट धारकों को सशस्त्र बलों में भर्ती में भी प्राथमिकता और विभिन्न प्रतियोगिता परीक्षाओं में छूट मिलती है। उन्होंने यह भी बताया कि सभी छात्रों को एनसीसी में शामिल होना और अवसर का लाभ उठाना चाहिए। क्योंकि यह एक बेहतर नागरिक बनने में मदद की नहीं करता बल्कि सपनों को साकार करने का भी मौका देता है। इस मौके पर मेजबान स्कूल की प्रिंसिपल दीपेंद्र कौर, मैनेजर राजीव कुमार आफ हेड ऑफ़ डिपार्टमेंट लक्ष्मण सिंह और पांचवी हरियाणा एनसीसी बटालियन के ही सूबेदार मेजर जयप्रकाश सहित अन्य अधिकारी तथा स्कूल के अध्यापक भी मौजूद रहे।