बेंगलुरु में गोरखपुर के युवक की हत्या, आरोपियों ने 2 दिन रूम में रखा शव, ऐसे हुआ खुलासा
बेंगलुरु: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले के रहने वाले शैलेश यादव (30) की हत्या के आरोप में बेंगलुरु पुलिस ने सतीश और अरुण यादव को हिरासत में लिया है. अधिकारियों ने बताया कि मामले का मुख्य आरोपी बीरेंद्र यादव फरार है और उसकी गिरफ्तारी के लिए जाल बिछाया गया है.
पुलिस के मुताबिक, मृतक शैलेश और सभी आरोपी उत्तर प्रदेश के गोरखपुर के रहने वाले हैं. वे बांदेपल्या के पास अंबेडकर नगर में अलग-अलग किराए के मकान में रहते थे और पेंटर का काम करते थे. इसी बीच शैलेश ने सबको बता दिया था कि बीरेंद्र यादव का अपनी भाभी (भाई की पत्नी) से प्रेम प्रसंग चल रहा है. इससे नाराज होकर बीरेंद्र ने 18 जून को शैलेश को अपने दोस्त के घर बुलाया और उसने शराब के नशे में शैलेश की पिटाई की. बीरेंद्र के दो दोस्तों ने भी उसका दिया था.
अधिकारियों के मुताबिक, मामले की जांच कर रही बांदेपल्या पुलिस ने अपराध में शामिल होने के संदेह में दो लोगों को हिरासत में लिया है और जांच तेज कर दी है. अधिकारियों ने बताया कि मुख्य आरोपी बीरेंद्र यादव को गिरफ्तार करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं.
दो दिन तक घर में पड़ा रहा शव
अधिकारियों ने बताया कि 18 जून को शैलेश को मारने के बाद आरोपी नशे की हालत में सो गए. सुबह उठे तो उन्हें पता चला कि शैलेश मर चुका है. इसके बाद बीरेंद्र भाग निकला. हत्या जिस मकान में हुई, वहां किराए पर रहने वाले सतीश ने हत्या की बात किसी को बताए बिना शव को घर में ही रख दिया. दो दिन बाद शव से दुर्गंध आने लगी. शक होने पर मकान मालिक ने आरोपी सतीश से पूछताछ की. उस समय उसने हत्या की बात छिपाते हुए कहा कि व्यक्ति की मौत हो चुकी है.
मामले की जानकारी मिलने पर स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची और अप्राकृतिक मौत के तहत मामला दर्ज कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. बाद में पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पता चला कि व्यक्ति की हत्या की गई है. पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए दोनों को हिरासत में ले लिया है और उनसे गहन पूछताछ कर रही है.