खेल से लेकर युद्ध के मैदान तक महिलाओं ने मोर्चा संभाला- कर्नल एसके कौशिक
खेल से लेकर युद्ध के मैदान तक महिलाओं ने मोर्चा संभाला- कर्नल एसके कौशिक
खेल के मैदान में पदक जीते, युद्ध के मैदान में दुश्मनों को धूल चटाई
एनसीसी का मुख्य उद्देश्य महिला सशक्तिकरण को प्रोत्साहन देना
महिलाओं के लिए सेल्फ डिफेंस को पाठ्यक्रम में शामिल किया जाना चाहिए
योग स्वस्थ रहने के लिए सबसे पुरानी भारतीय स्वास्थ्य योग क्रिया
फतह सिंह उजाला
बोहड़ाकला । खेल के मैदान से लेकर युद्ध के मैदान तक महिलाओं ने मोर्चा संभालते हुए अपने कौशल का परिचय दिया है । महिलाओं ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेल के मैदान में पदक जीते दूसरी तरफ युद्ध के मैदान में महिलाओं ने दुश्मनों को धूल चटाने का काम किया है । हाल ही में ऑपरेशन सिंदूर में कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह के सैन्य कौशल को देश और दुनिया ने भी देख लिया। नेशनल कैडेट कोर एनसीसी का भी लक्ष्य और उद्देश्य महिला सशक्तिकरण के साथ-साथ महिलाओं को प्रोत्साहित करना है। यह बात पांचवी हरियाणा एनसीसी बटालियन के कर्नल एस के कौशिक ने राज्य स्तरीय एनसीसी के ट्रेनिंग कैंप के दौरान सेल्फ डिफेंस के ट्रेनिंग सेशन के दौरान प्रोत्साहित करते हुए कही ।
कर्नल कौशिक ने कहा मौजूदा समय में विशेष रूप से छात्राओं और कामकाजी युवतियों अथवा महिलाओं के लिए सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग अथवा इसका प्रशिक्षण बहुत जरूरी है। महिलाओं में निश्चित रूप से आत्मविश्वास बढ़ेगा और अपने आप को किसी भी माहौल में सुरक्षित महसूस भी करेगी। उन्होंने कहा सेल्फ डिफेंस को यूनिफॉर्म पॉलिसी बनाकर देश भर के पाठ्यक्रम में शामिल कर युवतियों के लिए इसकी ट्रेनिंग कंपलसरी किया जाना चाहिए। इतना ही नहीं वार्षिक परीक्षा में भी सेल्फ डिफेंस की परीक्षा लेकर प्रतिभागी को नंबर दिए जाने की व्यवस्था होनी चाहिए। कर्नल कौशिक ने कहा कि आज के समय में सभी क्षेत्रों में महिलाओं ने अपनी योग्यता और उपयोगिता को साबित किया है। विभिन्न सुरक्षा बलों में भी महिलाओं की भागीदारी तेजी से बढ़ रही है। महिलाएं रसोई से लेकर देश की सीमा तक और आसमान से लेकर सागर की गहराई देखी जा रही है । अभिभावक भी अपनी बेटियों को अब पहले के मुकाबले बेटियों की रुचि और इंटरेस्ट के मुताबिक विभिन्न क्षेत्रों में आगे बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित करते हुए सहयोग दे रहे हैं।
इसी मौके पर कर्नल एसके कौशिक ने 21 जून अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के उपलक्ष पर कहा योग वास्तव में स्वस्थ रहने के लिए दुनिया की सबसे विश्वसनीय और प्राचीन योग क्रिया ही है। योग्य योग प्रशिक्षक की देखरेख में ही विभिन्न प्रकार के योगासन करने चाहिए। एनसीसी के ट्रेनिंग कैंप परिसर में ही योग प्रशिक्षक की मौजूदगी में विभिन्न योगासन के विषय में जानकारी देते हुए योग क्रियाओं का अभ्यास भी एनसीसी कैडेट्स के साथ-साथ सैन्य अधिकारियों को भी करवाया गया। उन्होंने कहा योग को हम सभी को अपनी दिनचर्या में अवश्य शामिल करना चाहिए । स्वस्थ रहने की सबसे पुरानी क्रिया योग कहा जाता है। आज दुनिया के अधिकांश देशों में स्वस्थ रहने के लिए योगासन किए जा रहे हैं । इतना अवश्य है कि योग करने या योग क्रिया का तरीका थोड़ा भिन्न हो सकता है। 21 जून को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर योग दिवस के रूप में मनाया जाता है । सरकार के द्वारा स्कूलों में भी अब योग शिक्षक नियुक्त किया जा रहे हैं । एनसीसी के राज्य स्तरीय इस ट्रेनिंग कैंप में पहुंची सीनियर और जूनियर विंग की गर्ल्स एनसीसी कैडेट्स मुस्कान, ममता, आरजू ; तनु, प्रियल , दिव्यांशी, तनिष्का, प्रीति शर्मा, निशु इत्यादि का भी यही कहना है कि यहां विभिन्न प्रकार का प्रशिक्षण देते हुए संपूर्ण व्यक्तित्व का निर्माण किया जा रहा है। इस प्रकार के कैंप का का एकमात्र उद्देश्य और लक्ष्य देश का भविष्य युवा वर्ग को शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रखना ही है। एनसीसी कैंप में पहुंचे बॉयज एवं गर्ल्स कैडेट का आह्वान किया प्रतिदिन योग अथवा योगासन अवश्य करें । प्राकृतिक रूप से स्वस्थ रहने के लिए योग भारतीय सनातन संस्कृति के वाहक साधु संतों का देश और दुनिया के लिए अनमोल उपहार है।