ट्रेन में सीट देने के बदले वसूले 500 रुपये, फिर घर लौटने के लिए वापस किए 300, दो TTE सस्पेंड
ट्रेन में सीट देने के बदले वसूले 500 रुपये, फिर घर लौटने के लिए वापस किए 300, दो TTE सस्पेंड
प्रयागराज : मेरठ जा रही संगम एक्सप्रेस में सीट के बदले रिश्वत लेने का मामला सामने आने के बाद रेलवे ने एक्शन लिया है. चेकिंग स्टाफ में तैनात टीटीई सुशील कुमार और हितेंद्र सिंह को सस्पेंड कर दिया गया है. मामले की विभागीय जांच भी बैठा दी गई है. यह कार्रवाई घूस मांगने का वीडियो वायरल होने के बाद लिया गया है.
सीट देने के लिए मांगे थे 500 रुपये: कानपुर के रहने वाले डॉ. विशाल शर्मा जनरल टिकट लेकर मेरठ जा रही संगम एक्सप्रेस में चढ़े थे. उन्होंने टीटीई से निवेदन किया कि उन्हें खाली सीट दे दी जाए. चेकिंग स्टाफ ने पहले तो मना कर दिया, लेकिन बाद में टीटीई ने दूसरों को सीट देकर पैसे लेने शुरू कर दिए. डॉ. शर्मा ने आरोप लगाया कि टीटीई ने उनसे भी 500 रुपये लिए. जब उन्होंने कहा कि उनके पास घर जाने के पैसे नहीं बचेंगे तो 300 रुपये लौटा दिए और एसी इकोनॉमी कोच में सीट दे दी.
रेलमंत्री और डीआरएम से शिकायत: डॉ. विशाल शर्मा कानपुर विश्वविद्यालय के पत्रकारिता विभाग के अध्यक्ष हैं. उन्होंने रेलवे के जन संपर्क अधिकारी को फोन किया. हालांकि, उनकी पीआरओ से फोन पर बात न हीं हो पाई. इसके बाद उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर वीडियो पोस्ट कर रेलमंत्री और डीआरएम से शिकायत की. इसका वीडियो भी एक्स पर अपलोड कर दिया. इसके बाद वीडियो वायरल हो गया. इसके बाद सक्रिय हुए रेलवे ने डीआरएम प्रयागराज रजनीश अग्रवाल के निर्देश पर दोनों अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया है.
रेलवे ने प्रथम दृष्टया दोषी पाया: उत्तर मध्य रेलवे के मुख्य जन संपर्क अधिकारी शशांक त्रिपाठी ने बताया कि वीडियो देखने के बाद प्रथम दृष्टया विभाग ने सीआईटी सुशील कुमार और उप सीआईटी हितेंद्र सिंह को दोषी पाया है और उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है. वीडियो और आरोपों की जांच के लिए कमेटी का गठन कर दिया गया है. जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई होगी.
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