
हादसे से आहत
अहमदाबाद हवाई हादसे के जख्म भरने में कई दशक लगेंगे – फतह सिंह
श्रमजीवी पत्रकार संघ जिला पटौदी ने अपनी संवेदनाएं व्यक्त की
पब्लिक ट्रांसपोर्टेशन के हादसे की जांच और खामियों को दूर करने की जरूरत
देश और दुनिया में सबसे अधिक भरोसा वह यात्रा के लिए पब्लिक ट्रांसपोर्टेशन
मानव जीवन सबसे कीमती और अनमोल बताया गया रक्षा के उपाय जरूरी
फतह सिंह उजाला
पटौदी । देश और दुनिया के सबसे बड़े तथा दिल दहला देने वाले हवाई भादसों में शामिल अहमदाबाद प्लेन क्रैश मामले में मृतकों सहित घायलों के प्रति श्रमजीवी पत्रकार संघ हरियाणा पटौदी जिला इकाई के द्वारा अपनी संवेदनाएं व्यक्त की गई । हादसे में जान गवाने वालों की आत्मा की शांति के लिए मोमबत्ती जलाकर 2 मिनट का मौन रखते हुए घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की गई । अहमदाबाद में हवाई हादसे में पीड़ितों को मिले जख्म भरने में कई दशक का समय लग सकता है। जिन परिजनों के द्वारा अपनों को खो दिया गया, उनके वापस लौटने का तो अब सवाल ही बाकी नहीं बचा है।
श्रमजीवी पत्रकार संघ जिला पटौदी इकाई की तरफ से महासचिव फतह सिंह उजाला ने कहा देश और दुनिया में सबसे अधिक इस्तेमाल और भरोसा पब्लिक ट्रांसपोर्टेशन पर ही किया जा रहा है। सरकार के द्वारा भी पब्लिक ट्रांसपोर्टेशन को ही प्रमोट करते हुए आम जनमानस से इसका इस्तेमाल किया जाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। अक्सर यह बात सामने आती है, सड़क हो या फिर हवाई मार्ग या फिर रेल ट्रैक हो। हवाई मार्ग में एरोप्लेन, जल मार्ग में बड़े-बड़े जलयान, रेल ट्रैक पर ट्रेन, किसी ने किसी कारण से दुर्घटनाग्रस्त भी होते आ रहे हैं। जिस परिवहन व्यवस्था पर सबसे अधिक भरोसा आम जनता से लेकर धनाढ्य वर्ग के द्वारा किया जाता है। ऐसे ट्रांसपोर्टेशन में इस्तेमाल होने वाले विभिन्न प्रकार के साधन की जांच के बाद उसकी रिपोर्ट भी सार्वजनिक होना चाहिए। जिससे कि संबंधित विभाग की तकनीकी टीम निर्माण कंपनियां सुधार करते हुए दुर्घटनाओं की संभावनाओं पर लगाम लगाने में सफल रहे।
अपनी संवेदनाएं और श्रद्धांजलि अर्पित करने वालों में हरियाणा श्रमजीवी पत्रकार संघ जिला पटौदी इकाई की तरफ से उपाध्यक्ष मोहम्मद रफीक, राधे पंडित, शिवचरण , वासुदेव , शमशेर सिंह व अन्य के साथ-साथ पत्रकारों के परिजन भी मौजूद रहे। पटोदी जिला इकाई के ही नरेश शर्मा, हंसराज यादव, मुकेश सैनी, जेपी शर्मा, मीर सिंह व अन्य के द्वारा भी अपनी संवेदनाएं व्यक्त की गई । संवेदना व्यक्त करते हुए पटौदी इकाई के पदाधिकारी एवं सदस्यों ने कहा कि मानव जीवन अनमोल है। इस ब्रह्मांड में मानव के द्वारा ही विभिन्न प्रकार की खोज करते हुए अनेक प्रकार के उपकरण और सुविधा के संसाधन बनाए गए हैं । आज समय बदलते हुए पूरी तरह से कंप्यूटराइज्ड और तकनीक पर आधारित सिस्टम अथवा व्यवस्था के द्वारा कंट्रोल हो रहा है । हजारों किलोमीटर दूर कंप्यूटर के कंट्रोल से विभिन्न प्रकार की गतिविधियां खोज जैसे कार्य सभी को देखने के लिए मिल रहे । इसी प्रकार की कंप्यूटराइज्ड और लेटेस्ट तकनीक का इस्तेमाल भी पब्लिक ट्रांसपोर्टेशन में शामिल एरोप्लेन, शिपयार्ड, जलयान, ट्रेन, बस अन्य वाहनों की दीर्घकालिक सुरक्षा के लिए भी अमल में लाया जाना चाहिए।
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