वीरवार को गुड़गांव की मेयर राजरानी मल्होत्रा के कथित फर्जी सर्टिफिकेट पर सुनवाई करते हुए गुड़गांव सिविल कोर्ट ने उन्हें आगामी 10 जुलाई को अपने कागज कोर्ट में जमा करने के लिए आदेश जारी किए हैं। इसके अलावा अतिरिक्त जिला उपायुक्त और कांग्रेस की मेयर प्रत्याशी सीमा पहुजा की ओर से भी उनके वकीलों ने अपनी दलील पेश की। माना जा रहा है कि कोर्ट जिस तरह से जल्दी-जल्दी मामले की सुनवाई कर रहा है इससे कुछ ही समय में इन लोगों पर कार्रवाई हो सकती हैं, अगर इनके सर्टिफिकेट फर्जी मिलते हैं तो।
वहीं इस संबंध में न्यायालय में केस दायर करने वाले यशपाल प्रजापति और पूर्व डीएसपी बनवारी लाल का कहना है कि उन्हें उम्मीद है कि कोर्ट जल्द ही निष्पक्ष रूप से अपना फैसला सुनाएगी। उनके पास पर्याप्त सबूत है कि दोनों प्रत्याशियों ने गुड़गांव की जनता के साथ धोखा किया और फर्जी सर्टिफिकेट बनवाकर ने केवल चुनाव लड़ा बल्कि भाजपा की ओर से प्रत्याशी राजरानी मल्होत्रा ने चुनाव जीत भी लिया। यह पूरे गुड़गांव की जनता के साथ धोखा है इसके अलावा भारतवर्ष में भाजपा की छवि को धूमिल करने का काम राजरानी मल्होत्रा ने किया है।
इस संबंध में केस दायर करने वाले वकील रामअवतार गुप्ता का कहना है कि वीरवार को कोर्ट में आरोपियों की ओर से उनके वकीलों ने जवाब दाखिल किया है। वकीलों की ओर से दी हुई दलील पर कोर्ट ने अपना रुख कायम करते हुए उन्हें आगामी 10 जुलाई को सुनवाई करने के आदेश दिया और अपने कागजात जमा करने की आदेश दिए हैं। उनके अनुसार एसीजीएम मनीष कुमार की कोर्ट नंबर 9 में मामला सुना गया। जल्द ही इस संबंध में सकारात्मक रिजल्ट आने की संभावना है। इस प्रकार से पूरे गुड़गांव के लोगों को मेयर द्वारा गलत और फर्जी जानकारी दी गई है वह चौंकाने वाली है उन्हें अब कई ऐसे सबूत भी मिले हैं जिससे मेयर को सजा भी हो सकती है वही वकील राम अवतार गुप्ता ने यह भी दावा किया कि उनकी ओर से ऐसे पुख्ता सबूत कोर्ट में पेश किया जा रहे हैं जिसकी वजह से विपक्षियों की नींद आराम हो रही है|
क्या है मामला
इन लोगों पर आरोप है कि हाल ही में गुरुग्राम मेयर के चुनाव इन उम्मीदवारों ने बीसीए का फर्जी सर्टिफिकेट बनवाकर लड़े इसमें भाजपा प्रत्याशी राजरानी मल्होत्रा तो जीतकर मेयर की कुर्सी पर भी बैठ गई जो लोकतंत्र की हत्या है फर्जी सर्टिफिकेट के मामले में चंडीगढ़ हाई कोर्ट ने भी राजरानी मल्होत्रा को कोर्ट में पेश होने के आदेश दे रखे हैं इनके पति तिलक राज मल्होत्रा जो कि
उच्च श्रेणी की खत्री पंजाबी जाति से संबंध रखते हैं वो भी अपने आपको गलत तरीके से सुनार जाति का बता कर पिछड़ा वर्ग का दिखा रहे है। वही आपको बताया जाता है कि तिलक राज मल्होत्रा को भी गलत तरीके से नगर निगम में एडवाइजर लगाया गया था जिसे बाद में सरकार ने तुरंत प्रभाव से निरस्त कर दिया है इसके कारण भी मेयर राजा रानी मल्होत्रा की पूरे गुड़गांव में अच्छा खासी साख खराब हुई है।
सीमा पाहुजा जो पवन पाहुजा जी की पत्नि है और दो योजना में नगर निगम की
काउंसलर रह चुकी है उन्होंने भी अपने पिता श्री मोहनमुरारी कपूर को सुनार जाति का बताकर
हरियाणा के पिछड़ा वर्ग ए का प्रमाण पत्र बनवाया है ।
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