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8 वर्षीय मासूम के रेपिस्ट घटना के कुछ ही बाद दबोचे

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8 वर्षीय मासूम के रेपिस्ट घटना के कुछ ही बाद दबोचे

आरोपी रेपिस्ट के खिलाफ मात्र 03 दिनों मे तैयार किया चालान

चालान के आधार पर न्यायिक प्रक्रिया में जल्दी ही होगी सजा

रेप के इस मामले की ट्रायल फास्ट ट्रैक कोर्ट से होगी

फतह सिंह उजाला
पटौदी   थाना महिला मानेसर, में देर रात्री कन्ट्रोल रुम से एक सूचना मिली कि एक 08 वर्ष की बच्ची का अपहरण करके बलात्कार करने की वारदात को अन्जाम दिया गया है। पुलिस टीम तुरन्त घटनास्थल पर पहुंच गई । जहां पर एक 08 वर्षीय बच्ची के साथ बलात्कार किए जाना पाया गया और पीङित बच्ची की हालात नाजुक होने के कारण उसको तुरन्त ईलाज के लिए हॉस्पिटल में दाखिल कराया गया व पुलिस टीम द्वारा घटनास्थल पर मौजूद सभी साक्ष्यों को एकत्रित किया गया। पुलिस टीम द्वारा सीन ऑफ क्राईम, एफ.एस.एल. व फिंगरप्रिन्ट की पुलिस टीमों को घटनास्थल पर बुलवाकर घटनास्थल का निरीक्षण कराया गया। पीङित बच्ची के परिजनों द्वारा दी गई शिकायत के आधार पर थाना महिला मानेसर, में धारा 363, 366, 342, 506 भा.द.स. व 4 पोक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया।

इस घटना  की संगीनता को देखते हुए के.के. राव  पुलिस आयुक्त, गुरुग्राम’ द्वारां आरोपी को अतिशीघ्रता से गिरफ्तार करने के आदेश देते हुए विशेष पुलिस टीमों को भी आरोपी को काबू करने के लिए तैनात किया गया । वरुण सिंगला पुलिस उपायुक्त मानेसर की देखरेख ने निरीक्षक पूनम हुड्डा, प्रभारी थाना महिला मानेसर, की  टीम ने अपनी मेहनत, लगन व समझबुझ से बच्ची का अपहरण करके बलात्कार करने व जान से मारने की धमकी देने वाले आरोपी ’आदर्श पाण्डेय पुत्र राजकुमार पाण्डेय निवासी गाँव कादीपुर, फैजाबाद, उत्तर-प्रदेश, हाल निवासी गाँव खोह मानेसर, गुरुग्राम’ को वारदात वाले दिन ही कुछ घंटों के बाद काबू करने में बङी सफलता हासिल की।  

आरोपी को अदालत में पेश करके न्यायिक हिरालत में भेजा गया। पुलिस टीम द्वारा आगामी कार्यवाही करते हुए बच्ची का मैडिकल परिक्षण कराया गया तथा पीङिता बच्ची के न्यायालय के सामने ब्यान कराए गए व घटनास्थल से एकत्रित करके जुटाए गए सभी साक्ष्यों व डाक्टरों द्वारा बच्चे के साथ बलात्कार होने के दिए गए सभी सबूतों को बिना किसी देरी के आर.एफ.एस.एल. भौंडसी, गुरुग्राम जमा कराया गया। आरोपी को काबू करके न्यायिक हिरासत भेजने, आरोपी के खिलाफ पुख्ता सबूत एकत्रित करने, पीङिता का मैडिकल परिक्षण कराने, माननीय न्यायालय के सम्मुख पीङिता के ब्यान कराने व एकत्रित किए गए सबूतों की जाँच के लिए एफ.एस.एल. भेजने इत्यादि सभी औपचारिकताएं पुलिस टीम द्वारा बङी की तत्परता से करने उपरान्त ’आरोपी के खिलाफ पुलिस द्वारा मात्र 03 दिनों में चालान तैयार किया गया, किन्तु माननीय न्यायालय का 04 दिन का अवकाश होने के कारण आरोपी के खिलाफ चालान न्यायालय में सातवें दिन पेश किया गया।’ इस मामले का ट्रायल फास्ट ट्रैक ट्रायल कोर्ट से किया जाएगा।

पुलिस टीम ने इतनी तत्परता से कार्यवाही करके सराहनीय कार्य  सहित एक अनूठी पहल की शुरुआत की है। जिससे पीङित पक्ष को शीघ्रता से न्याय मिल सकेगा व आरोपियों को उनके द्वारा किए गए अपराधों की जल्दी सजा मिल सकेगी। पुलिस की इस कार्यशैली से समाज में सक्रिय अपराधियों को सबक मिलेगा साथ ही उनके मन में भय उत्पन्न होगा व अपराध व अपराधियों पर अंकुश लगेगा। 

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