Publisher Theme
I’m a gamer, always have been.
Rajni

75वां सेना दिवस: अदम्य साहस, वीरता, शौर्य और शहादत पर गर्व का दिन

17

75वां सेना दिवस: अदम्य साहस, वीरता, शौर्य और शहादत पर गर्व का दिन

TheLiveindia

देश के दुश्मनों से सीना तान के आर या पार के लिए हर पल तैयार रहने वाली भारतीय सेना ने वीरता की कई गाथाएं लिखी हैं। देश के जवानों के शौर्य और पराक्रम के बारे में सोचते ही हर भारतवासी का सीना गर्व से चौड़ा हो जाता है। सेना दिवस देश के उन्हीं जांबाज रणबांकुरों की शहादत पर गर्व करने का एक विशेष मौका है। सेना दिवस उन सैनिकों को भी सम्मानित करता है, जिन्होंने देश के लिए अपना बलिदान दिया है। थल सेना भारतीय सशस्त्र बल का सबसे बड़ा अंग है। आज भारतीय सेना अपना 75वां ‘आर्मी डे‘ मना रही है, खास बात ये है कि आजादी के अमृत काल में थल सेना भी 75वां सेना दिवस मना रही है। 15 जनवरी, 1949 के दिन ही जनरल केएम करियप्पा को भारतीय थल सेना का कमांडर इन चीफ बनाया गया था। राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री व रक्षा मंत्री ने सेना दिवस की बधाई दी।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि सेना दिवस पर, भारतीय सेना के जवानों के बलिदान की अनगिनत कहानियों को याद करते हैं। उन्होंने हमेशा शौर्य और साहस की सीमाओं को आगे बढ़ाया है तथा आपदाओं के समय रक्षक के रूप में भी काम किया है। मैं इस अवसर पर भारतीय सेना के सभी बहादुर जवानों और उनके परिवारों को सलाम करती हूं।’ वहीं पीएम मोदी ने लिखा कि हर भारतीय को अपनी सेना पर गर्व है। देश की रक्षा में, देश की सीमाओं की रक्षा में भारतीय सेना का योगदान, भारतीय सेना का शौर्य अतुलनीय है। मैं सभी सैनिकों को, पूर्व सैनिकों को, उनके परिवारों को बहुत-बहुत बधाई देता हूं।

पहली बार सेना दिवस परेड दिल्ली के बाहर बेंगलुरु में

वहीं इस बार सेना दिवस पर परेड दिल्ली के बाहर बेंगलुरु में आयोजित किया गया। 1949 में समारोह शुरू होने के बाद यह पहला मौका है, जब सेना दिवस परेड दिल्ली के बाहर बेंगलुरु के एमईजी एंड सेंटर में परेड ग्राउंड पर हो रही है। पहली बार आर्मी डे परेड और इससे जुड़े अन्य कार्यक्रम बेंगलुरु में आयोजित किए जा रहे हैं। सेना प्रमुख ने कहा कि सरकार के इस फैसले ने सेना को लोगों से जुड़ने का एक सुनहरा अवसर दिया है। मुझे विश्वास है कि इससे हमारे संबंध और भी मजबूत होंगे। सेना प्रमुख जनरल एम पांडे 75वें सेना दिवस पर आयोजित परेड की सलामी लेने के बाद सैनिकों को सम्बोधित किया।

उत्तरी सीमा और पश्चिमी सीमा पर क्या है स्थिति

उन्होंने कहा कि पश्चिमी सीमावर्ती क्षेत्रों में नियंत्रण रेखा पर संघर्ष विराम जारी है, जिससे सीमा पार से फायरिंग में कमी आई है, लेकिन इसके बावजूद सीमा पार अभी भी आतंकी ढांचा बना हुआ है। हमारा काउंटर इंफिल्ट्रेशन ग्रिड वहां से घुसपैठ को लगातार नाकाम कर रहा है। जम्मू-कश्मीर और पंजाब में अंतरराष्ट्रीय सीमा क्षेत्र में ड्रोन के माध्यम से हथियारों और ड्रग्स की तस्करी का प्रयास जारी है। ऐसी गतिविधियों के खिलाफ काउंटर-ड्रोन जैमर और अन्य उपकरण उपयोग में लाए गए हैं।

जम्मू-कश्मीर के अंदर के इलाकों में सुधार

उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर के अंदर के इलाकों में सुधार देखा गया है। स्थानीय आबादी ने हिंसा को खारिज कर दिया है और सकारात्मक परिवर्तनों का स्वागत करते हुए सभी सरकारी पहलों में उत्साहपूर्वक भाग लिया है। हालांकि, सुरक्षा बलों के प्रयासों से हिंसा में कमी आई है, लेकिन कई प्रॉक्सी आतंकवादी संगठनों ने अपनी मौजूदगी जताने के लिए लक्षित हत्याओं की तकनीक का सहारा लिया है। सेना अन्य सुरक्षा बलों के साथ ऐसे सभी प्रयासों को विफल करने के लिए दृढ़ संकल्पित है।

कठिन क्षेत्र और खराब मौसम के बावजूद बहादुर जवान तैनात

सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने चीन सीमा के बारे में कहा कि उत्तरी सीमावर्ती क्षेत्रों में स्थिति सामान्य रही है और स्थापित प्रोटोकॉल और मौजूदा तंत्र के माध्यम से शांति बनाए रखने के लिए आवश्यक कदम उठाए गए हैं। एलएसी पर एक मजबूत रक्षा मुद्रा बनाए रखते हुए हम किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं। कठिन क्षेत्र और खराब मौसम के बावजूद हमारे बहादुर जवान वहां तैनात हैं। उन्हें सभी प्रकार के हथियार, उपकरण और सुविधाएं पर्याप्त मात्रा में दी जा रही हैं।

सेना प्रमुख ने कहा कि स्थानीय प्रशासन, अन्य एजेंसियों और सेना के संयुक्त प्रयासों से चीन सीमा पर बुनियादी ढांचे के विकास में सुधार हुआ है। उन्होंने कहा कि पिछले साल सेना ने सुरक्षा संबंधी चुनौतियों का दृढ़ता से सामना करके सीमाओं की सक्रिय और मजबूती से सुरक्षा सुनिश्चित की। सेना ने क्षमता विकास, बल पुनर्गठन और प्रशिक्षण में सुधार के लिए कदम उठाए। इसने भविष्य के युद्धों के लिए अपनी तैयारियों को और भी मजबूत किया है।

Comments are closed.

Discover more from Theliveindia.co.in

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading