अमृतपाल सिंह के 7 सहयोगियों को असम से पंजाब लेकर आएगी पुलिस, कार्रवाई की तैयारी
अमृतपाल सिंह के 7 सहयोगियों को असम से पंजाब लेकर आएगी पुलिस, कार्रवाई की तैयारी
चंडीगढ़: पंजाब पुलिस ‘वारिस पंजाब दे’ संगठन के प्रमुख और खडूर साहिब से सांसद अमृतपाल सिंह के 7 सहयोगियों को जल्द ही पंजाब लेकर आएगी. हालांकि, पंजाब सरकार ने इन सभी पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) जारी रखने से इनकार कर दिया है.जानकारी के मुताबिक सोमवार से असम की डिब्रूगढ़ जेल में बंद अमृतपाल सिंह के साथियों को पंजाब लाने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी.
पंजाब पुलिस सांसद अमृतपाल सिंह के 7 साथियों को डिब्रूगढ़ जेल से गिरफ्तार कर पंजाब लाएगी और पंजाब के पुलिस स्टेशनों में दर्ज सभी मामलों में कार्रवाई करेगी. ये सभी आरोपी फिलहाल असम की डिब्रूगढ़ जेल में बंद हैं और अब इन्हें पंजाब की जेलों में ट्रांसफर किया जाएगा.
पंजाब पुलिस जिन लोगों को असम से पंजाब लेकर आएगी उनमें बसंत सिंह, भगवंत सिंह उर्फ ’प्रधानमंत्री, गुरमीत सिंह बुकनवाल, दलजीत सिंह कलसी, गुरिंदरपाल सिंह उर्फ गुरी औजला, हरजीत सिंह उर्फ चाचा कुलवन्त शामिल हैं.
अजनाला पुलिस स्टेशन पर हमला
इस संबंध में डीआईजी बॉर्डर रेंज अमृतसर सतिंदर सिंह ने मामले की जानकारी देते हुए कहा कि जब अजनाला पुलिस स्टेशन पर हमला हुआ था तो एक मामला दर्ज किया गया था. जिन 10 लोगों पर एनएसए लगाया गया था, उन्हें अभी तक उस मामले में गिरफ्तार नहीं किया गया था. हम मामले की जांच को आगे बढ़ा रहे हैं. हम केस नंबर 39 में 7 लोगों को गिरफ्तार करेंगे और उन्हें डिब्रूगढ़ जेल से पंजाब लाएंगे और अजनाला कोर्ट में पेश करेंगे और मामले में आगे की जांच करेंगे.”
उन्होंने कहा कि ये 7 लोग हैं, एनएसए इनके बारे में रिपोर्ट कर रहा है, जिसके बाद हम आगे की कार्रवाई करेंगे. जानकारी के मुताबिक, सांसद अमृतपाल सिंह और उनके साथी पप्पलप्रीत सिंह फिलहाल डिब्रूगढ़ जेल में ही रहेंगे, क्योंकि पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट में लंबित उनके एनएसए मामले की अगली सुनवाई 22 मार्च को होगी, जिसके बाद सरकार आगे का फैसला लेगी.
10 लोगों पर एनएसए
बता दें कि साल 2023 में सांसद अमृतपाल सिंह के नेतृत्व में 200-250 लोगों की भीड़ ने अपने एक साथी को हिरासत से छुड़ाने के लिए अजनाला पुलिस स्टेशन पर हमला कर दिया था. थाने पर हमला करने के बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 10 लोगों पर एनएसए लगाया और उन्हें असम की डिब्रूगढ़ जेल भेज दिया.