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400 बीएड कॉलेजों ने नहीं भरी परफॉर्मेंस अप्रेजल

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नए शिक्षा सत्र में प्रवेश पर रोक!

400 बीएड कॉलेजों ने नहीं भरी परफॉर्मेंस अप्रेजल

बीकानेर
बीकानेर संभाग के 56 बीएड कॉलेजों सहित प्रदेश के 400 कॉलेजों ने परफॉर्मेंस अप्रेजल रिपोर्ट नहीं भरी। यह चूक इन कॉलेजों को भारी पड़ सकती है। राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) अब इन सभी कॉलेजों में सत्र 2022-23 को शून्य सत्र घोषित कर सकती है। ऐसे में इन बीएड कॉलेजों को पीटीईटी-2022 से विद्यार्थी आवंटित नहीं होने की भी सम्भावना है।

रअसल, एनसीटीई ने 3 मई, 2022 को एक सार्वजनिक सूचना प्रकाशित की थी, जिसमें पीएआर नहीं भरने वाले बीएड कॉलेजों को सत्र 2022-23 में विद्यार्थी आवंटित नहीं किए जाने तथा शून्य सत्र कहने की बात कही थी। उसके बाद भी सुधार नहीं होने पर बीएड महाविद्यालयों की मान्यता समाप्त करने तक की कार्रवाई कर सकने की बात लिखी गई थी।

हालांकि इस आदेश के खिलाफ बीएड कॉलेजों के संचालक सर्वोच्च न्यायालय तक गए लेकिन सर्वोच्च न्यायालय ने यह कहते हुए उनकी याचिका खारिज कर दी थी कि शिक्षक शिक्षा की गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं किया जा सकता। इसलिए पीएआर भरना अत्यावश्यक है। उधर, प्राइवेट बीएड कॉलेजों से जुड़े डॉ. राजेंद्र श्रीमाली ने बताया कि कॉलेजों संचालक ने न्यायालय में पुनर्याचिका दायर की है जिसका निर्णय आना अभी बाकी है।

134 बीएड कॉलेज, 78 कॉलेजों ने भरी पीएआर

बीकानेर संभाग में कुल 134 बीएड कॉलेज हैं। जिनमें से 78 कॉलेजों ने पीएआर भरा है। अब एनसीटीई इन महाविद्यालयों की भी जांच करेगी जिन्होंने पीएआर भरा है। भौतिक सत्यापन के दौरान भरे हुए पीएआर के अनुसार यदि उनके पास धरातल पर कुछ नहीं मिला तो ऐसे कॉलेजों को भी शून्य सत्र घोषित किया जा सकता है।

क्या है पीएआर : पीएआर बीएड कॉलेजों का एक ऐसा पक्का चिट्ठा है, जिसमें कॉलेज के मानवीय एवं भौतिक संसाधन, वेबसाइट, गूगल डिस्प्ले, योग्यताधारी स्टाफ के दस्तावेज का सचित्र विवरण उपलब्ध है।

संभाग के जिन बीएड कॉलेजों ने पीएआर नहीं भरा है, उनके संबंध में एनसीटीई के निर्देशानुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी। डॉ. बिट्ठल बिस्सा, उप कुलसचिव शैक्षणिक, एमजीएस यूनिवर्सिटी

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