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2846 स्कूलाें में खेल सामग्री के लिए दिए- 3.41 करोड़

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2846 स्कूलाें में खेल सामग्री के लिए दिए- 3.41 करोड़:1011 में मैदान नहीं, आस-पास के क्षेत्राें में करनी पड़ती है प्रेक्टिस

अलवर

शिक्षा विभाग की ओर से छात्र-छात्रा खिलाड़ियाें काे तराशने के लिए स्कूलाें काे 3 कराेड़ 41 लाख 65 हजार रुपए की स्पाेर्ट॰स ग्रांट जारी गई है। यह ग्रांट 2846 प्राथमिक, उच्च प्राथमिक व माध्यमिक व उच्च माध्यमिक स्कूलाें के लिए जारी की गई है। लेकिन बड़ा सवाल यह है कि इस राशि से स्कूलाें काे खेल सामग्री ताे मिल जाएगी, लेकिन 1011 स्कूलें ऐसी हैं जहां खेल मैदान ही नहीं हैं।

ऐसे में इन स्कूलाें में खिलाड़ी बच्चाें का क्या हाेगा? वे तैयारी कहां करेंगे। नई शिक्षा नीति में स्कूलाें में खेल मैदानाें की अनिवार्यता हाेने के बावजूद अभी तक 1011 स्कूलाें में खेल मैदान नहीं हैं। हालांकि कुछ स्कूल ऐसे हैं जहां चारदीवारी नहीं है और कुछ ऐसे भी हैं जहां खेल मैदानाें पर अतिक्रमण की स्थिति है।

प्राथमिक स्कूलाें काे यह राशि 5 हजार रुपए प्रति स्कूल, उच्च प्राथमिक के लिए 9 हजार रुपए प्रति स्कूल और माध्यमिक व उच्च माध्यमिक स्कूलाें के लिए यह राशि 25 हजार रुपए की जारी की गई है।

^जिले की स्कूलाें काे 3.41 कराेड़ की स्पाेर्ट॰स ग्रांट जारी की गई है। इससे संस्था प्रधान जरूरत की खेल सामग्री खरीद सकेंगे जाे खिलाड़ियाें के लिए फायदेमंद हाेगी। जहां खेल मैदान नहीं हैं वहां निर्देश हैं कि संंस्था प्रधान ग्राम पंचायत से मिलकर जमीन का आवंटन कराएं और मैदान विकसित कराएं। -मनाेज शर्मा, एडीपीसी समसा

शहर में एक हजार व ग्रामीण में 4 हजार वर्ग मीटर का मैदान जरूरी शहरी क्षेत्र में प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्कूल के लिए 500 वर्ग मीटर तथा ग्रामीण क्षेत्र में 2 हजार वर्ग मीटर का मैदान हाेना जरूरी है। शहरी क्षेत्र की उच्च माध्यमिक स्कूलाें में 1 हजार और ग्रामीण क्षेत्र में 4 हजार वर्ग मीटर मैदान हाेना अनिवार्य है। जिन स्कूलाें में खेल मैदान नहीं है जाहिर है वहां खिलाड़ियाें काे प्रेक्टिस करने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

स्कूल संख्या राशि (रुपए)

प्राथमिक स्कूल 1004 50,20,000

उच्च प्राथमिक 1030 92,70,000

माध्यमिक 185 46,25,000

उच्च माध्यमिक 610 1,52,50,000

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