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मौहम्मदपुर-शैदपुर का 23 वर्षीय सागर खैरवाल भी यूक्रेन में फंसा

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मौहम्मदपुर-शैदपुर का 23 वर्षीय सागर खैरवाल भी यूक्रेन में फंसा

यूक्रेन में जिपरोजिया स्टेट मेडिकल कालेज में एमबीबीएस चौथे वर्ष का छात्र

टिकट 35 हजार से दो गुना से भी ज्यादा 80 हजार का कर दिया गया

राकेश यादव ने केंद्र सरकार पर बेरुखी करने का गंभीर आरोप लगाया

फतह सिंह उजाला
पटौदी। 
रूस और यूक्रेन के बीच हालात काफी तनावपूर्ण होने के साथ ही  युद्धक हमले भी शुरू हो गए हैं। इस बीच उन छात्रों के परिजनों में दशहत और डर कर माहौल बना है, जो छात्र अभी भी यूक्रेन में फंसे हुए है।

गावं मौहम्मदपुर- शैदपुर के रहने वाले वाले 23 वर्षीय सागर खैरवाल भी यूक्रेन में फंसे हुए हैं। गांव शैदपुर-मौहम्मदपुर के पूर्व पंच राकेश यादव के पुत्र सागर खैरवाल यूक्रेन में जिपरोजिया स्टेट मेडिकल कालेज से एमबीबीएस की पढ़ाई करने गए थे। वह चौथे वर्ष का छात्र है। युद्ध के हालात के बीच सागर यूक्रेन में ही फंस गया हैं। पीड़ित छात्र के पिता राकेश यादव ने बताया कि रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध आरम्भ होने के कारण मैंने अपने बेटे की भारत वापसी के लिए केबीपी एयरपोर्ट कीव से दुबई के लिए  21 फरवरी को टिकट बुक कराई थी। 24 फरवरी को सांय 6 बजकर 25 मिनट को फलाईट दुबई पहुंचनी थी। लेकिन युद्ध शुरू होने के कारण यूक्रेन की सभी हवाई यात्राओं को रोक दिया गया।

राकेश यादव के मुताबिक बेटा अपनी यूनिर्वसटी के समीप लिए हुए फलैट से हवाई अडडे के लिए 23 फरवरी को रात्रि करीब 12 बजे ट्रेन से निकला था। लेकिन हवाई यात्रा रद्ध होने के कारण और यूक्रेन सरकार की जारी गाईड लाईन के कारण जो यूनिवर्सटी से करीब 300 किलो मीटर दूरी पर ही मेरा बेटा सागर खैरवाल चर्कासी शहर के शेवर्चेको रेलवे स्टेशन पर उतर गया है। वहां पर ट्रेन रद्ध होने के कारण वह यूक्रेन की राजधानी कीव नहीं पहुंच पाया और ना ही यूनिर्वसटी पहुंच पा रहा है। रेलवे स्टेशन पर ही वह फंसा हुआ व भयभीत है, उसको स्थानीय प्रशासन से भी कोई सुविधा मुहिया नहीं हो पा रही है। राकेश यादव ने बताया  कि  हमने तो बेटे को यूक्रेन की डिग्री लेने भेजा था, लेकिन अब लगता है कि वह रूस की डिग्री लेकर लौटेगा।

उन्होंने कहा कि यूक्रेन का हवाई यात्रा का टिकट 35 हजार से दो गुना से भी ज्यादा 80 हजार कर दिया गया है। राकेश यादव ने केंद्र सरकार पर बेरुखी करने का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार को जिम्मेदारी उठाते हुए यूक्रेन गए भारतीय 25-30 हजार छात्रों को निशुल्क भारत लाने का प्रबंध कराना चाहिए था, लेकिन सरकार ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया। इधर भारत सरकार ने यूक्रेन में रहने वाले लोगों के लिए एडवाइजरी जारी की है और कहा है कि यूक्रेन में इस वक्त स्थिति काफी क्रिटिकल है। कृपया अभी शांति बरतें और जहां पर आप मौजूद हैं, वहीं पर किसी सुरक्षित ठिकाना तलाश लें। आप अपने घरों में, अपने हॉस्टल में रहें। वहीं, ऐसे लोग, जो राजधानी कीव की तरफ जा रहे हैं, या फिर कीव के दक्षिणी हिस्से की तरफ जा रहे हैं, उन्हें सलाह दी जाती है कि वो फिलहाल के लिए अपने अपने शहरों में वापस लौट जाए।

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