यज्ञ के तीन अर्थ – दान, संगतिकरण व देवपूजन: शंकराचार्य नरेन्द्रानन्द
यज्ञ के तीन अर्थ - दान, संगतिकरण व देवपूजन: शंकराचार्य नरेन्द्रानन्दयज्ञ एक जीवनदर्शन और कर्म सम्पादन की प्रेरणा के रूप में यज्ञ की मान्यतायज्ञीय जीवन सहकार व सह-अस्तित्व के मूल्यों से युक्त एक!-->…
You must be logged in to post a comment.