भारतीय नौसेना में जुड़ेंगे 11 गश्ती जहाज, रक्षा मंत्रालय ने किए 19,600 करोड़ रुपये के अनुबंध पर हस्ताक्षर
भारतीय नौसेना में जुड़ेंगे 11 गश्ती जहाज, रक्षा मंत्रालय ने किए 19,600 करोड़ रुपये के अनुबंध पर हस्ताक्षर
नईदिल्ली। रक्षा के क्षेत्र में आज का दिन देश के लिए अहम रहा है। आज रक्षा मंत्रालय ने भारतीय नौसेना के लिए 11 गश्ती जहाजों और छह अगली पीढ़ी के मिसाइल जहाजों के अधिग्रहण के लिए भारतीय शिपयार्ड के साथ 19,600 करोड़ रुपये के अनुबंध पर हस्ताक्षर किए। गोवा शिपयार्ड लिमिटेड (GSL) और गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स (GRSE), कोलकाता के साथ कुल 9,781 करोड़ रुपये की लागत से 11 अगली पीढ़ी के गश्ती जहाजों के अधिग्रहण के लिए अनुबंध पर हस्ताक्षर किए गए हैं। केंद्र सरकार के आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत रक्षा सामग्री के उत्पादन से जुड़ी कंपनियों को बड़े क्रय आदेश मिले हैं। रक्षा मंत्रालय ने बुधवार को भारत इलेक्ट्रानिक्स लिमिटेड (बीईएल) के साथ दो सौदों और न्यू स्पेस इंडिया लिमिटेड (एनएसआइएल) के साथ एक सौदे पर हस्ताक्षर किए। तीनों सौदे करीब 5,400 करोड़ रुपये की धनराशि के हैं। बीईएल गाजियाबाद के साथ पहला सौदा आटोमैटेड एयर डिफेंस कंट्रोल एंड रिपोर्टिंग सिस्टम की खरीद का हुआ है। प्रोजेक्ट आकाशतीर नाम के ये उपकरण 1,982 करोड़ रुपये में थलसेना के लिए खरीदे जाएंगे।
एचएएल से 6,828 करोड़ में खरीदा जाएगा विमान
रक्षा उपकरण बनाने वाले सरकारी क्षेत्र के उपक्रम हिदुस्तान एयरोनाटिक्स लिमिटेड (एचएएल) को भारत सरकार की ओर से 6,828 करोड़ रुपये का क्रय आदेश मिला है। एचएएल इस धनराशि से 70 एचटीटी-40 विमान तैयार करेगा। रक्षा मंत्री राजनाथ सिह ने इस सौदे को स्वीकृति दी है। केंद्र सरकार के ताजा क्रय आदेश से एचएएल के करीब तीन हजार अधिकारियों और कर्मचारियों को काम मिलेगा।
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