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व्यूसती हैंडलूम फैशन शो गुड़गांव में

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व्यूसती हैंडलूम फैशन शो गुड़गांव में

कर्नाटका महाराष्ट्र के ग्रामीण जुलाहो की आर्थिक सहायता के लिए एग्जीबिशन लगाया गया
गुड़गांव की प्रमुख महिलाओं ने व्यूसती हैंडलूम की साड़ियां पहनकर फैशन शो किया

प्रधान संपादक योगेश

गुरुग्राम ! की प्राची सर्राफ ने कोविड-19 के बाद आर्थिक तकलीफ से जूझते हुए जुलाहो की सहायता करने के लिए व्यूसती हैंडलूम की शुरुआत की हैl रविवार रात सेंट्रल पार्क 1 के बैंक्वेट में व्यूसती हैंडलूम का गुरुग्राम में एग्जीबिशन के साथ लॉन्च किया गयाl एग्जीबिशन सुबह 11:00 बजे से श्याम 8 बजे तक चला l

गुरुग्राम की कई प्रमुख महिलाओं ने हैंडलूम की साड़ी पहनकर कैटवॉक कियाl डॉ सारिका वर्मा ने कहा साड़ी एक बहुत ही खूबसूरत और सत प्रतिशत भारतीय पहनावा हैl पिछले 2 साल में सजावट की चीजें कम खरीदी जा रही है जिसकी वजह से जो लोग कपड़े जूते जेवर पर्स इत्यादि सजावट की चीजें को बनाने के कारोबार में लगे हैं उन्हें बहुत आर्थिक दिक्कत आ रही हैl प्राची सर्राफ का व्यूसती हैंडलूम आत्मनिर्भर भारत की ओर सराहनीय कदम हैl जेनिथ चौधरी ने कहा साड़ी पहन कर नारी अपने आप को खूबसूरत और कॉन्फिडेंट दोनों महसूस करती है और बाकी कपड़े छोटे बड़े हो जाएं साड़ियां कई दशक तक पहनी जा सकती हैंl लतिका ठुकराल ने कहा इस समय फैशन के साथ सस्टेनेबिलिटी का भी ध्यान रखते हुए ऐसी चीजें खरीदनी चाहिए जो सालों साल चलेl साड़ी एक ऐसी चीज है जो मां से बेटी आगे पहन सकते हैंl सरू मुखर्जी ने कहा की भारतीय महिलाएं जितनी भी मॉडर्न हो जाए साड़ी पहनकर जितनी खूबसूरत लगती है वह सजावट और किसी पोशाक में नहीं आतीl रितिका सिन्हा, पूजा सिंह मनीषा ,डॉ ज्योति यादव और शिखा ने व्यूसती हैंडलूम की साड़ियां पहनकर फैशन शो कियाl

इस एग्जिबिशन में महाराष्ट्र के विदर्भा क्षेत्र से करवट कटी , पैठाणी और कर्नाटका की चित्रदुर्गा और बागलकोट साड़ियां दिखाई गईl औरंगाबाद की गलियों में हिमरू साड़ी और शॉल बनाने वाले दुनिया के आखिरी 25 जुलाहे बचे हैं l इन का काम गुड़गांव की मिलेनियम सिटी की औरतों तक पहुंचाने का काम व्यूसती हैंडलूम ने किया हैl प्राची सर्राफ का कहना है कि वह इसके बाद भी गुडगांव के एग्जिबीशंस में आती रहेंगी और ग्रामीण जुलाहो की मदद करने के लिए व्यूसती ट्रस्ट के जरिए काम करती रहेंगीl

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