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पाटोदी ज्यूडिशल कोर्ट कंपलेक्स में मोबाइल नेटवर्क बनी समस्या

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पाटोदी ज्यूडिशल कोर्ट कंपलेक्स में मोबाइल नेटवर्क बनी समस्या

पटौदी बार एसोसिएशन की मांग मोबाइल टावर लगे या फ्रीक्वेंसी बढ़े

एडवोकेट सहित यहां आने वाले वादी-प्रतिवादी हो रहे हैं परेशान

इंटरनेट नेटवर्किंग के अभाव में कामकाज भी हो रहा है प्रभावित

फतह सिंह उजाला
पटौदी । 
पटौदी जुडिशल कोर्ट कंपलेक्स परिसर में मोबाइल नेटवर्क सहित इंटरनेट की समस्या का सामना करना पड़ रहा है । अधिक परेशानी मोबाइल नेटवर्किंग को लेकर है , अधिकांश एडवोकेट और यहां आने वाले वादी-प्रतिवादीयों के द्वारा यही शिकायत की जा रही है कि पटौदी ज्यूडिशल कोर्ट कंपलेक्स परिसर के अंदर मोबाइल पर बातचीत करना, दस्तावेज मंगाना या भेजना या अन्य आवश्यक सूचना का आदान प्रदान करने में बहुत अधिक परेशानी हो रही है।

पटौदी बार एसोसिएशन के एडवोकेट प्रधान संदीप यादव के मुताबिक पटौदी जुडिशल कोर्ट कंपलेक्स परिसर में मोबाइल टावर लगाने या फिर आसपास में जो भी मोबाइल टावर हैं , उनकी फ्रीक्वेंसी बढ़ाने के संबंध में कई बार न्यायिक अधिकारियों सहित अन्य विभागों को भी अवगत करवाया जा चुका है। इसी कड़ी में पटौदी बार एसोसिएशन के पूर्व प्रधान एडवोकेट विशाल सिंह चौहान का भी यही कहना है कि यहां कोर्ट कंपलेक्स परिसर में मोबाइल पर बात करना या फिर अदालत में आपात स्थिति में संबंधित दस्तावेज प्रस्तुत करने के लिए उनके प्रिंट निकलवाने वास्ते मोबाइल फोन पर मंगवाना या फिर भेजना दोनों कार्यों में व्यवधान बना रहता है । ऐसे में यहां एडवोकेट सहित आने वाले वादी प्रतिवादी यों की परेशानी को ध्यान में रखते हुए इस समस्या की तरफ भी ध्यान देते हुए समाधान करवाए जाने की जरूरत है।

पटौदी बार एसोसिएशन के ही उपाध्यक्ष एडवोकेट अशोक शर्मा , महासचिव एडवोकेट विष्णु चौहान , सचिव एडवोकेट मनीष यादव ,एडवोकेट सुनीता यादव, एडवोकेट रचना, एडवोकेट दिनेश कुमार , एडवोकेट नदीम बेग मिर्जा , एडवोकेट राजेश सेन, सहित अन्य आसपास के दुकानदारों का भी कहना है कि जिनके द्वारा लैंडलाइन इंटरनेट कनेक्शन लिए गए हैं , उन लोगों के कार्य तो फिर भी बिना किसी परेशानी के हो रहे हैं । लेकिन जिन भी लोगों के द्वारा मोबाइल फोन का इस्तेमाल किया जा रहा है या फिर मोबाइल कंपनियों के वाईफाई इंटरनेट कनेक्शन लिए गए हैं , उन लोगों को नेटवर्किंग उपलब्ध नहीं होने के कारण अपना अपना काम करने में बहुत अधिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है । कई बार तो जरूरत के समय भी अदालत में आपात स्थिति में दस्तावेज प्रस्तुत करने से वंचित भी रहना पड़ जाता है। इस गंभीर समस्या की तरफ नियमित अंतराल पर न्यायिक अधिकारियों का भी ध्यान आकर्षित किया जाता आ रहा है । आसपास की मोबाइल टावर कंपनियों के प्रतिनिधियों से भी अनुरोध किया गया है कि यदि फ्रीक्वेंसी को बढ़ा दिया जाए तो किसी हद तक जहां पर मोबाइल इंटरनेट नेटवर्किंग की समस्या का समाधान भी संभव है ।

इसी कड़ी में पटौदी बार एसोसिएशन के ही पदाधिकारियों का यह भी कहना है कि यदि कोई कंपनी अपना मोबाइल टावर यहां पटौदी ज्यूडिशल कोर्ट कंपलेक्स में लगाने की इच्छुक हो तो उस कार्य ने भी जो भी मदद संभव हो सकेगी, उसके लिए पटौदी बार एसोसिएशन हर प्रकार का सहयोग करने के लिए तैयार है। फिर वह चाहे मामला मोबाइल टावर स्थापित करने के लिए स्थान उपलब्ध करवाने का हो या फिर अन्य कोई ऑफिशियल या तकनीकी औपचारिकता पूरी करने का ही कार्य क्यों ना हो। पटौदी बार एसोसिएशन के पदाधिकारियों सहित सभी एडवोकेट का यही कहना है कि जितना जल्दी संभव हो सके आज के आधुनिक इंटरनेट नेटवर्किंग उपलब्धता को ध्यान में रखते हुए इस समस्या का समाधान जल्द से जल्द करवाने की पहल की जानी चाहिए।

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