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तावडू के युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए एम3एम फाउंडेशन ने शुरू की कौशल प्रशिक्षण अकादमी

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तावडू के युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए एम3एम फाउंडेशन ने शुरू की कौशल प्रशिक्षण अकादमी

प्रधान संपादक योगेश

तावडू, : स्थानीय युवाओं और महिलाओं के लिए रोजगार के अवसर पैदा करने के लिए, एम3एम ग्रुप की परोपकारी शाखा, एम3एम फाउंडेशन ने आज राधाकृष्ण मंदिर, वार्ड नंबर 1 के पास सैनी निवास में कौशल प्रशिक्षण केंद्र – आईएमपॉवर एकेडमी फॉर स्किल्स का सैनीपुरा, ब्लॉक तावडू, जिला नूंह, हरियाणा में शुभारंभ किया। उद्घाटन कार्यक्रम के मुख्य अतिथि नूंह के उपायुक्त अजय कुमार (आईएएस) एम3एम इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के संस्थापक-अध्यक्ष श्री बसंत बंसल, एम3एम इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टर रूप बंसल, एम3एम फाउंडेशन की ट्रस्टी डॉ. पायल कनोडिया और लगभग 25 गांवों के ग्राम सरपंच उपस्थित थे।
द आईएमपॉवर एकेडमी फॉर स्किल्स, फाउंडेशन की राष्ट्रव्यापी पहल “कौशल संबल” का एक अभिन्न अंग है, जिसका उद्देश्य अगले तीन वर्षों में विभिन्न रोजगार योग्य और एंटरप्रेन्योरशिप स्किल में दस हज़ार युवाओं को कौशल प्रदान करना है। अपनी तरह की इस अनूठी प्रोजेक्ट के लिए, एम3एम फाउंडेशन ने पेरिस स्थित अंतरराष्ट्रीय विकास संगठन, एड एट एक्शन के साथ साझेदारी की है, जो भारत सहित दुनिया भर के 19 देशों में काम कर रहा है। इस पहल के तहत मुख्य रूप से बेरोजगार युवाओं के लिए आजीविका के अवसर पैदा करने के लिए व्यापक कार्य किया जाएगा। ऐसे युवाओं की पहचान करने के लिए, ईईपीए (रोजगार क्षमता मूल्यांकन) आयोजित किया गया है और ईईपीए (EEPA) के निष्कर्षों तथा छात्रों और महिलाओं द्वारा दिखाई गई रुचि के आधार पर, तीन महीने की अवधि के पाठ्यक्रम – फैशन डिजाइनिंग, ब्यूटी थेरेपी, इलेक्ट्रिक वायरिंग और टू व्हीलर मैकेनिक हेतु कौशल प्रदान करने के लिए अंतिम रूप दिया गया है।

इस कार्यक्रम में स्थानीय नेताओं, सरपंचों, संभावित नियोक्ताओं, महिलाओं और युवाओं, उनके माता-पिता सहित लगभग 200 लोगों की भीड़ देखी गई।

उदघाटन के इस अवसर पर नूह जिला उपायुक्त अजय कुमार ने कहा, “सबसे पहले एम3एम फाउंडेशन को बधाई देना चाहूंगा जिंहोने आज द आईएमपॉवर एकेडमी फॉर स्किल्स की शुरुआत की है। जिसमें एक साल में 500 युवाओं को ट्रेंड किया जायेगा। सबसे बड़ी बात यह है कि 500 परिवारों के जीवन में बदलाव ला रहे है इसलिए आप सब बधाई के पात्र है। एम3एम के साथ बातचीत के दौरान चेयरमैन सर ने सुनिश्चित किया है इस तरह के पहल के लिए वो ओपन है। जिले के जिस फील्ड में जो आवश्यकता है, वह उसके लिए काम करेंगे। नूह के अलावा हिमांचल में भी इस पहल को लागू करने के लिए उन्होने प्रस्ताव दिया है। स्किल डेवलपमेन्ट, यह बहुत ही महत्वपूर्ण क्षेत्र है जिसपर भारत सरकार एवं राज्य सरकार काम करे रहे है। हमारे पास बड़ी चुनौती है कि इतनी बड़ी संख्या को हम बहुत कम समय में युवाओं को ट्रेंड करना चाहते है। उसके लिए अकेले सरकार का नही बल्कि जो एन-जी-ओ एवं अन्य संस्थाएं है उनकी भागीदारी भी बहुत जरूरी है। इसी कड़ी में एम3एम फाउंडेशन हमारे विभिन्न लक्ष्यों को पूरा करने में पूरा सहयोग कर रहा है जिसके लिए मैं धन्यवाद देता हूँ।”

एम3एम इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के संस्थापक-अध्यक्ष श्री बसंत बंसल ने इस पहल की प्रशंसा करते हुए कहा, “हम समुदायों को कई तरह के सहयोग और पहलों के माध्यम से शिक्षा और कौशल प्रदान करने का हमेशा प्रयास करते रहे हैं। आईएमपॉवर एकेडमी फॉर स्किल्स उस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। कौशल के अंतर को कम करने की अति आवश्यकता है और इसे अच्छी गुणवत्ता वाले प्रशिक्षण और अप्रेंटिस के माध्यम से प्राप्त किया जा सकता है। हमारे कौशल संबल कार्यक्रम के तहत, मार्केट के आवश्यकता को देखते हुए स्किल डेवलपमेंट के माध्यम से वंचित वर्ग के युवाओं और महिलाओं का स्किल ट्रेनिंग द्वारा एक ऐसा पुल बनाने का लक्ष्य है जो रोजगार, एंटरप्रेन्योरशिप उनके करियर को आगे बढ़ाये। उन्होंने आगे कहा, “मैं गर्व के साथ कह सकता हूं कि हम भारत को ‘स्किल कैपिटल ऑफ़ वर्ल्ड’ बनाने के अपने माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण को प्राप्त करने के करीब पहुंच रहे हैं।”

एड एट एक्शन के अंतर्राष्ट्रीय महानिदेशक चार्ल्स-इमैनुएल बलांगर ने कहा, मैं यहां पर आकर बहुत खुश हूं कि एम3एम फाउंडेशन और एड एट एक्शन किस तरीके से काम कर रहा है और आगे बढ़ रहा है। कोई भी कार्यक्रम बिना पार्टनरशिप के नही हो सकता है तो मैं एम3एम फाउंडेशन के इस पार्टनरशिप से बहुत खुश हूँ । विकास का कोई भी कार्य कंपनियों ,सिविल सोसाइटी, ऑर्गनाइजेशन्स, और बिना कम्युनिटी के नही हो सकता है। युवाओं को शिक्षित करना एक बहुत बड़ा काम है, युवाओं को शिक्षित, ट्रेंड करते है तो हम देश के भविष्य को तैयार करते है। जो कि एक बहुत ही महत्वपूर्ण लक्ष्य है। हमलोग एम3एम फाउंडेशन के साथ सालो से जुड़े हुये है और इसको आगे बढ़ा रहे है और हम चाहते है कि इंटरनेशनल लेवल पर इस पार्टनरशिप को आगे बढ़ाएंगे।”

एम3एम फाउंडेशन की ट्रस्टी डॉ. पायल कनोडिया ने बताया कि अब तक की प्रतिक्रिया अच्छी रही है और कुल 86 उम्मीदवारों ने तीन अलग-अलग डोमेन के तहत पंजीकरण कराया है। इस कौशल प्रशिक्षण के लिए 18 से 35 वर्ष की आयु के अभ्यर्थी नामांकन कर सकते हैं। कोर्स के सफलतापूर्वक पूरा होने पर, एम3एम फाउंडेशन और एड एट एक्शन के साथ आईएमपॉवर एकेडमी फॉर स्किल्स द्वारा प्रमाण पत्र प्रदान किए जाएंगे। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम की सबसे अच्छी बात यह है कि प्लेसमेंट सुनिश्चित किया जाएगा।”
इस कार्यक्रम में गुड़गांव में सफलतापूर्वक प्रशिक्षण कार्यक्रम पूरा करने वाले छात्रों के पहले बैच और ‘ग्रीन हम’ पहल के तहत पेपर बैग बनाने का प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले युवा समूहों में से एक का प्रमाण पत्र वितरण भी किया गया। इसके साथ ही समूह को उधम स्थापित करने के लिए एम3एम फाउंडेशन से हर संभव मदद करने के लिए आश्वासन दिया गया है।

इससे पहले दिसंबर 2021 में, एम3एम फाउंडेशन ने कौशल-आधारित प्रशिक्षण के माध्यम से युवाओं को सशक्त बनाने, उन्हें काम के लिए तैयार करने, और उन्हें नौकरी खोजने में सपोर्ट देने के लिए, अपने “आईएमपॉवर प्रोग्राम” के हिस्से के रूप में, गुरुग्राम के सेक्टर-67 में आईएमपॉवर संसाधन केंद्र में कौशल प्रशिक्षण पाठ्यक्रम शुरू किया था। फाउंडेशन का अंतिम लक्ष्य एक समतामूलक समाज की दिशा में काम करना है जहां सभी को सशक्त बनाया जाए और सतत सामुदायिक विकास की योजना बनाने, कार्यान्वित करने, निगरानी करने और योगदान करने की अपनी अधिकतम क्षमता तक पहुंचने के लिए सुसज्जित किया जाए।

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