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पाटोदी में  पेट्रोल की धार भी पहुंची 102 के  पार

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पाटोदी में  पेट्रोल की धार भी पहुंची 102 के  पार

बीते 3 दिनों से लगातार बढ़ रहे हैं पेट्रोल के दाम

साप्ताहिक पेट्रोल डलवाने वालों को 102 से झटका

फतह सिंह उजाला
पटौदी ।
 देशभर में ही नहीं अब पटौदी विधानसभा क्षेत्र में भी पेट्रोल की धार 102 के पार पहुंच चुकी है। इसका सीधा गणित यही है कि पेट्रोल के दाम शुक्रवार को 102 31 पैसे प्रति लीटर पहुंच गए। पटोदी क्षेत्र के पेट्रोल पंप पर पेट्रोल के दाम बीते 1 सप्ताह के दौरान प्रति लीटर एक सौ रुपए से नीचे ही चल रहे थे, लेकिन 101 रुपए 3 पैसे से बढ़ते हुए पेट्रोल के दाम शुक्रवार को 102 31 पैसे प्रति लीटर तक उछल कर चढ़ गए।

हेली मंडी में ही स्थित पेट्रोल पंप संचालक नरेश यादव के मुताबिक पेट्रोल के दाम अब पूरी तरह से सेंट्रलाइजेशन हो चुके हैं और बढ़े हुए दाम का भी पेट्रोल पंप संचालकों अथवा मालिकों को प्रतिदिन सुबह लगभग 6 बजे इसके सेंट्रलाइजेशन रेट कंपनियों के द्वारा अपडेट किया जाने पर ही पता चलता है। पूरा सिस्टम अब कंप्यूटराइज हो चुका है , पेट्रोल पंप पर पेट्रोल भरने के लिए अथवा डालने के लिए जो भी मशीनें लगी हुई है वह सब पूरी तरह से सेंट्रलाइज कंप्यूटर कंट्रोल के तहत काम कर रही हैं। पेट्रोल के दाम बढ़ने पर इसकी बिक्री पर पेट्रोल पंप संचालक डीलर पर भी क्या कोई आर्थिक असर पड़ रहा है ? इस मामले में नरेश यादव का कहना है की पेट्रोल संचालक अथवा कंपनियों के डीलर को जो कुछ भी कमीशन मिलना है , वही मिल रहा है रहा है । पेट्रोल के दाम बढ़ने से ऐसा कुछ भी नहीं है की डीलर अथवा किसी पेट्रोल पंप संचालक को किसी भी प्रकार का अतिरिक्त आर्थिक लाभ मिल रहा हो। उन्होंने कहा काम करने वाले कर्मचारियों के साथ साथ अन्य प्रकार के खर्चे पहले की ही तरह से बने हुए हैं । बल्कि पेट्रोलियम के दाम बढ़ने से बाजार में हर प्रकार की जरूरत और खरीद-फरोख्त की सामग्री के दाम पर भी असर पड़ रहा है और इस से सबसे अधिक प्रभावित आम आदमी ही हो रहा है ।

पेट्रोल पंप पर करीब 1 सप्ताह पहले पेट्रोल डलवाने के बाद शुक्रवार को पहुंचे बाइक चालक शिवचरण ने जब मशीन पर दाम 102 रूपए 31 पैसे देखा तो एक बार तो वह भी हैरान और परेशान सा हो गया। पहले शब्द यही निकले कि कुछ दिन पहले ही 100 से नीचे पेट्रोल डलवाया था और अब सीधे 102 से भी ऊपर पेट्रोल के दाम हो गए । पटौदी क्षेत्र में बहुत से ऐसे युवक भी अब नई रणनीति पर काम करने के लिए मजबूर हो गए हैं , ऐसे युवक जोकि आसपास के किसी उद्योग, संस्थान या बाजार अथवा मार्केट में प्रतिदिन अपने कामकाज के लिए आवागमन करते हैं । ऐसे युवकों के द्वारा अब बारी बारी से अपने वाहन लाना और ले जाना आरंभ कर दिया गया है । सुंदर और प्रीतम जोकि एक ही कंपनी में काम करते हैं, लेकिन अलग-अलग गांव के रहने वाले हैं । इन दोनों का कहना था की अलग-अलग बाइक से जाने पर जेब के साथ घर गृहस्ती के खर्च पर भी प्रभाव पड़ रहा है। ऐसे में एक ही बाइक पर दोनों साथी बारी बारी से आवागमन करने लगे हैं और उसी प्रकार से जरूरत के मुताबिक अपनी अपनी बाइक में पेट्रोल भी डलवा रहे हैं ।

खुले बाजार में पेट्रोल के बढ़े हुए दाम का भी सीधा असर देखा जा रहा है । क्योंकि फुटकर दुकानदार और सामान विक्रेता या फिर विभिन्न प्रकार के सामान अथवा खाद्य सामग्री या अन्य वस्तुएं होम डिलीवर या सप्लाई करने वाले भी पेट्रोल के बढ़े हुए दामों की वजह से दाम बढ़ाने के लिए मजबूर हो चुके हैं । ऐसे में आम फुटकर खरीदार को भी बढ़े हुए दाम पर ही अपनी जरूरत का सामान खरीदने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है । लोगों की प्रतिक्रिया है कि सरकार को बढ़ती महंगाई को ध्यान में रखते हुए कोई ना कोई ऐसी व्यवस्था अवश्य करनी चाहिए कि विशेष रुप से पेट्रोल के दाम कुछ समय के लिए स्थिर बनाए जा सके । अन्यथा आने वाले त्योहार के सीजन को देखते  हुए पेट्रोल के बढ़े दाम का सीधा असर  बेकाबू महंगाई के रूप में देखने के लिए मिलेगा।

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