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बाड़मेर नोखड़ा नसबंदी योजना में मिलने वाली राशि से दोगुना रुपए हो गए किराए में खर्च

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बाड़मेर नोखड़ा क्षेत्र का मामला:नसबंदी योजना में मिलने वाली राशि से दोगुना रुपए हो गए किराए में खर्च

🌸🌾नाेखड़ा क्षेत्र में सरकार की ओर से महिला नसबंदी पर परिवार कल्याण याेजना के तहत दी जाने वाली प्रोत्साहन राशि तीन साल बाद भी नहीं दी गई है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी महिलाओं काे कागजी कार्रवाई पूरी नहीं हाेने तथा बजट आवंटन नहीं हाेने का हवाला देकर लाैटा रहे है। सरकार की ओर से महिला नसबंदी पर परिवार कल्याण योजना के तहत स्वास्थ्य विभाग को हर साल करोड़ों रुपए का बजट दिया जाता है लेकिन अधिकारियों की लापरवाही के चलते महिलाओं का इसका लाभ नहीं मिल रहा है।

🥀इससे क्षेत्र की 20 पंचायतों में 2019 के बाद से नसबंदी करवाने वाली महिला एवं उसको लाने वाले प्रेरक की प्रोत्साहित राशि अटक गई है। गौरतलब है कि ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा की कमी के कारण आमजनता को सरकारी योजनाओं के बारे में जानकारी नहीं है, इसके चलते परिवार कल्याण योजना में शामिल महिलाएं पिछले तीन साल से मिलने वाली प्रोत्साहन राशि के लिए उससे दोगुना राशि किराए में खर्च कर चुकी हैं जबकि विभागीय अधिकारी बजट उपलब्ध नहीं होने की बात कहकर पला झाड़ लेते है।

सरकार ने बाड़मेर सहित 14 जिलों को मिशन परिवार कल्याण योजना में शामिल किया है। याेजना के तहत नसबंदी करवाने वाली महिला को 2000 हजार रुपए एवं प्रेरक जाे उन्हें अस्पताल तक लाता है, को 300 सौ रुपए के हिसाब से प्रोत्साहन राशि का भुगतान का प्रावधान कर रखा है। ऐसे में क्षेत्र की एएनएम, आशा सहयाेगिनियाें, प्रेरक सहित नसबंदी करवाने वाली महिलाओं को याेजना का लाभ नहीं मिल रहा है।

शिकायत के बावजूद प्रोत्साहन नहीं
नसबंदी योजना में शामिल होने वाली महिलाओं ने बताया कि सीएचसी, उप स्वास्थ्य केन्द्र तथा ऑनलाइन शिकायत दर्ज करवाने के बाद भी कोई स्वास्थ्य विभाग की ओर से काेई कार्रवाई नहीं की गई है। कई मर्तबा कार्यालयों के चक्कर काटने के साथ ही टाेल फ्री नंबर पर भी शिकायत दर्ज करवाई की गई लेकिन प्रोत्साहन राशि नहीं दी गई। वहीं प्रेरकों काे भी राशि आवंटन नहीं हुआ।

टोल फ्री नंबर पर कई बार शिकायत दर्ज करवाने के बावजूद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई है। प्रोत्साहित राशि से दाेगुनी राशि किराए में खर्च हो चुकी है। – खेमी सियाग, अर्जुन की ढाणी।

दो साल पहले नसबंदी करवाई थी लेकिन सरकार की ओर से मिलने वाली राशि अब तक नहीं मिली है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी बजट उपलब्ध नहीं होने की बात कहकर लाैटा रहे है। – दल्लू धतरवाल, जियासर।

पहले हमारे पास में यूसी डिमांड नहीं आई थी। ऐसे में बजट आवंटित नहीं हुआ। अब डिमांड भेजी गई है, इसे हमारी ओर से आगे भेज दिया गया है। जैसे ही बजट आवंटन होगा, सभी लाभार्थियाें काे उपलब्ध करवा दिया जाएगा। – डाॅ. उम्मेदाराम बीसीएमओ सिणधरी।

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