शहरों में जाम की समस्या से निजात के लिए मेट्रो सेवा का विस्तार : मनोहर लाल
शहरों में जाम की समस्या से निजात के लिए मेट्रो सेवा का विस्तार : मनोहर लाल
केंद्रीय आवासन एवं शहरी कार्य मंत्री मनोहर लाल ने दी प्रतिभागियों को बधाई
केंद्रीय मंत्री ने शहरी परिवहन में उत्कृष्टता के लिए शहरों को किया गया सम्मानित
गुरुग्राम में 18वें अर्बन मोबिलिटी इंडिया सम्मेलन एवं प्रदर्शनी का समापन
केंद्रीय मंत्री बोले मेट्रो सेवा के विस्तार के साथ लास्ट लाइन कनेक्टिविटी पर विशेष महत्व
फतह सिंह उजाला
गुरुग्राम, 09 नवंबर। केंद्रीय आवासन, शहरी एवं विद्युत मंत्री मनोहर लाल ने कहा कि देश के भीड़भाड़ वाले शहरों में जाम की समस्या से निजात दिलाने के लिए मेट्रो सेवा का विस्तार किया जा रहा है। अब मेट्रो के लाइसेंस के साथ लास्ट लाइन कनेक्टिविटी का लाइसेंस अलग से लेने की आवश्यकता नहीं रहेगी, मेट्रो सेवा के लाइसेंस में ही उक्त लाइसेंस प्रक्रिया को शामिल किया जाएगा। उन्होंने लास्ट माइल कनेक्टिविटी के महत्व पर जोर दिया, खासकर व्यस्त शहरों में, ताकि लोग आसानी से अपने गंतव्य तक पहुंच सकें। केंद्रीय मंत्री रविवार को गुरुग्राम में आयोजित 18वें अर्बन मोबिलिटी इंडिया सम्मेलन के समापन समारोह में विभिन्न राज्यों से आए प्रतिनिधिगण को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने तीन दिवसीय मोबिलिटी कॉन्फ्रेंस के सफल आयोजन पर सभी प्रतिभागियों को बधाई दी।
समापन समारोह में केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने कहा कि तीन दिन तक चले इस सम्मेलन में केवल विचार-विमर्श ही पर्याप्त नहीं रहा बल्कि उन विचारों को व्यवहार में लाना भी आवश्यक है। उन्होंने ई-वाहनों की संख्या बढ़ाने और इससे जुड़ी चुनौतियों जैसे चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर पर चर्चा की। उन्होंने बताया कि भारत में बिजली की कमी नहीं है, बल्कि सरप्लस है, इसलिए चार्जिंग स्टेशन के लिए पर्याप्त बिजली उपलब्ध होगी। उन्होंने सुपरचार्जर जैसी नई तकनीकों को अपनाने की आवश्यकता पर बल दिया, जो कम समय में वाहनों को चार्ज कर सकें। उन्होंने कहा कि 2047 तक भारत की शहरी आबादी में बढ़ोत्तरी होगी तो उसके लिए अभी से योजनाबद्ध तरीके से नवाचार पद्धति के साथ काम करना है। उन्होंने नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड और क्यूआर कोड के उपयोग को बढ़ावा देने की बात कही, ताकि भुगतान प्रक्रिया को आसान बनाया जा सके।
सरकार अपनी जिम्मेवारी सजगता से निभाएगी
उन्होंने दिल्ली जैसे बड़े शहरों में पार्किंग की समस्या का भी जिक्र किया और कहा कि इस पर भी ध्यान देने की आवश्यकता है। उन्होंने सम्मेलन में अगले वर्ष की कॉन्फ्रेंस के लिए भी कुछ सुझाव दिए, जिसमें नए विषयों को शामिल करना और डिजिटल एक्सेसिबिलिटी पर ध्यान केंद्रित करना शामिल है। उन्होंने सम्मेलन में देश भर से पहुंचे प्रतिनिधिगण को विश्वास दिलाया कि 18वें अर्बन मोबिलिटी इंडिया कांफ्रेंस में रखे गए विचारों व सुझावों को वे अपनी मंत्रालय स्तर पर लागू करने की जिम्मेदारी लेते हैं ताकि इस कांफ्रेंस का उद्देश्य सार्थक हो सके। उन्होंने कहा कि बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ सरकार काम कर रही है और हर पहलू से बेहतर सेवाएं प्रदान करने में सरकार अपनी जिम्मेवारी सजगता से निभाएगी।
भारत की गतिशीलता को एक नई दिशा देने का काम
जीएमआरल के एमडी डॉ चंद्रशेखर खरे ने समापन सत्र में केन्द्रीय मंत्री श्री मनोहर लाल का स्वागत करते हुए बताया कि गुरुग्राम में आयोजित इस तीन दिवसीय अर्बन मोबिलिटी इंडिया कॉन्फ्रेंस एंड एग्जीबिशन में देशभर से आए प्रतिभागियों, विशेषज्ञों और नगर प्रतिनिधियों ने न केवल भविष्य की शहरी परिवहन नीति पर गहन विमर्श किया, बल्कि भारत की गतिशीलता को एक नई दिशा देने की सामूहिक प्रतिबद्धता भी व्यक्त की। सम्मेलन के दौरान प्राप्त व्यावहारिक अनुभवों, नवाचारी विचारों और नीति-आधारित सुझावों को अपनाते हुए आने वाले समय में देश के नगर निकाय और राज्य सरकारें अपने-अपने शहरों में शहरी गतिशीलता के क्षेत्र में ठोस कदम उठाएँगी। अंत में उन्होंने सभी प्रतिनिधियों से आह्वान किया गया कि वे इस सम्मेलन से मिले अनुभवों को व्यवहार में लाकर एक ठोस परिवर्तन की दिशा में कार्य करें, ताकि भारत के शहर न केवल स्मार्ट बल्कि स्थायी और जन-केंद्रित विकास के उदाहरण बन सकें।
शहरी परिवहन में उत्कृष्ठता के लिए शहर सम्मानित
शहरी परिवहन में श्रेष्ठ प्रथाओं को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से आयोजित राष्ट्रीय सम्मेलन के समापन सत्र में विभिन्न राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों और नगर प्राधिकरणों को उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए सम्मानित किया गया। मुख्य अतिथि केंद्रीय मंत्री श्री मनोहर लाल ने विजेता शहरों और संस्थानों को पुरस्कार प्रदान किया। सम्मेलन के दौरान ‘सिटी विद द बेस्ट पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम’ का पुरस्कार मेट्रोपॉलिटन ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन लिमिटेड चेन्नई को प्रदान किया गया, जबकि बीआरटीएस कम्पनी लिमिटेड हुबली-धारवाड़ को प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया गया। ‘सिटी विद द बेस्ट नॉन-मोटराइज्ड ट्रांसपोर्ट’ श्रेणी में उदयपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड उदयपुर को विजेता घोषित किया गया और त्रिशूर (स्टेट मिशन मैनेजमेंट) को विशेष उल्लेख प्राप्त हुआ। ‘सिटी विद द मोस्ट इनोवेटिव फाइनेंसिंग’ श्रेणी में मुनसिपल कॉर्पोरेशन पिंपरी चिंचवाड़ को विजेता घोषित किया गया। इसी प्रकार, ‘सिटी विद द बेस्ट ग्रीन ट्रांसपोर्ट इनिशिएटिव’ का सम्मान तेलंगाना रिन्यूबल एनर्जी डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटिड (टीजीआरईडीसीओ) हैदराबाद को प्राप्त हुआ, जबकिकोच्चि मेट्रो रेल लिमिटेड कोच्चि को प्रशस्ति पत्र से नवाजा गया। ‘मेट्रो रेल विद द बेस्ट मल्टी मॉडल इंटिग्रेशन’ का पुरस्कार चेन्नई मेट्रो रेल लिमिटेड चेन्नई को दिया गया और ‘मेट्रो रेल विद द बेस्ट पैसेंजर सर्विस’ में दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन दिल्ली को विजेता घोषित किया गया, जबकि चेन्नई मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन चेन्नई को इस श्रेणी में प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया। ‘रनिंग ट्रॉफी फॉर द स्टेट/यूटी इंप्लीमेंटिंग द बेस्ट अर्बन ट्रांसपोर्ट प्रोजेक्ट (पिछले वर्ष)’ के लिए वेस्ट बंगाल इलेक्ट्रॉनिक्स इंडस्ट्री डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड कोलकाता तथा कर्नाटका स्टेट रोड ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन मैसूर को विजेता घोषित किया गया और कैपिटल रीजन अर्बन ट्रांसपोर्ट (सीआरयूटी) भुवनेश्वर को विशेष उल्लेख मिला। स्पेशल अवार्ड फॉर ट्रैफिक मैनेजमेंट में आइजोल (टाउन एंड कंट्री प्लानिंग विभाग मिजोरम) को विशेष अवार्ड दिया गया।
यह प्रबुद्ध एवं गनमान्य व्यक्ति रहे मौजूद
इस अवसर पर केंद्रीय आवासन एवं शहरी कार्य राज्य मंत्री तोखन साहू, तमिलनाडु के परिवहन एवं विद्युत मंत्री एस.एस.शिवाशंकर, राजस्थान के शहरी आवास मंत्री झाबर सिंह, आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय के सचिव श्रीनिवास कटीकिथला, शहरी विकास विभाग हरियाणा के प्रधान सलाहकार श्री डी.एस. ढेसी, केंद्रीय आवास और शहरी कार्य मंत्रालय में ओ.एस.डी. श्री जयदीप, नगर एवं ग्राम आयोजना विभाग हरियाणा के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री ए.के. सिंह, गुरुग्राम मेट्रो रेल लिमिटेड के प्रबंध निदेशक डॉ. चंद्रशेखर खरे, दिल्ली मेट्रो रेल निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक श्री विकास कुमार, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक श्री शलभ गोयल, डीसी अजय कुमार, सीपी विकास अरोड़ा, नगर निगम मानेसर आयुक्त आयुष सिन्हा व एचएसवीपी प्रशासक वैशाली सिंह सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।
