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सुविचार
सुविचार
आज का सामवेद – ज्ञान 🌷
आज का सामवेद - ज्ञान 🌷
मानव शरीर में इंद्रियाँ देव हैं। इनका अधिष्ठाता आत्मा महादेव है । इन इंद्रियों की रक्षा करना ही मानव जीवन का सबसे बड़ा लक्ष्य होना चाहिये। मकान की रक्षा, सम्पत्ति का!-->!-->!-->…
आज का सामवेद ज्ञान
🌷 आज का सामवेद ज्ञान🌷
कोरी भक्ति का मानव जीवन में कोई स्थान नहीं है । प्रभु की सच्ची स्तुति ज्ञानपूर्वक कर्म करना ही है । ज्ञान प्राप्ति के लिए प्रभु ने ज्ञानेंद्रियाँ दी हैं, कर्म करने के लिये!-->!-->!-->…
उपासना और भक्ति का महत्व
उपासना और भक्ति का महत्व
सभी धर्मों में उपासना और भक्ति का महत्व है। उपासना से निःसन्देह हमारी आध्यात्मिक उन्नति होती है। उपासना का अर्थ है प्रभु के समीप बैठना, निराकार ईश्वर की संगति में बैठना।
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आज की सबसे बड़ी बुद्धिमत्ता और लोकसेवा
आज की सबसे बड़ी बुद्धिमत्ता और लोकसेवा
नवयुग के आगमन की संभावना स्पष्ट है। आगामी विश्वव्यापी उथल-पुथल, समग्रक्रांति की पूर्व सूचना है। अच्छा हो ईश्वर की इच्छा में अपनी इच्छा मिलाकर हम चलें।!-->!-->!-->…
“जल एक औषधि है।
🌷 आज का सुविचार 🌷
"जल एक औषधि है।
जल का उपयोग औषधि के समान उचित मात्रा में करना चाहिए। अक्सर देखा जाता है कि लोग खाना खाने के तुरंत बाद खूब सारा पानी पी लेते हैं, यह उचित नहीं है। खाने खाने के!-->!-->!-->!-->!-->…
दयालुता और शुद्धता।
दयालुता और शुद्धता।
खुद के प्रति दयालुता का भाव रखना जरूरी है। खुद की शुद्धता, खुद के विचारों की शुद्धता, खुद के जीवन में शुद्धता का होना अच्छा लक्षण है। साधन, शिक्षा और तरीका कुछ भी हो सकता है।!-->!-->!-->…
सुखद जीवन यात्रा के लिए उत्तम मार्ग
सुखद जीवन यात्रा के लिए उत्तम मार्ग
ईश्वर ने यह सृष्टि मनुष्य के द्वारा केवल सांसारिक भोगों को त्यागपूर्वक भोगने और मोक्ष प्राप्त करने के लिए बनायी है।इसके लिए स्वस्थ वाहन (शरीर), सुयोग्य चाल चलन!-->!-->!-->…
छोटा सा एक जीवन संदेश
🌷छोटा सा एक जीवन संदेश🌷
इस जीवन रूपी भौतिक संसार में मुझे समझ नही आया ऐ जिंदगी तेरा ये फलसफा तोर तरीका वर्ताव । एक तरफ कहा जाता है कि सब्र या धैर्य रखों । धैर्य या सब्र का फल मीठा होता है । साथ ही!-->!-->!-->…
आज के सुविचार
आज के सुविचार
जो व्यक्ति किसी दूसरे को हराने या गिराने के लिए छल कपटपूर्ण साज़िशें रचते हैं ..
और दूसरे की अच्छाई का फ़ायदा उठा कर अपने मक़सद में कामयाब भी हो जाते है ..
ऐसे लोग यह भूल जाते!-->!-->!-->!-->!-->!-->!-->…
दयालुता और शुद्धता
दयालुता और शुद्धता।
खुद के प्रति दयालुता का भाव रखना जरूरी है। खुद की शुद्धता, खुद के विचारों की शुद्धता, खुद के जीवन में शुद्धता का होना अच्छा लक्षण है। साधन, शिक्षा और तरीका कुछ भी हो सकता है।!-->!-->!-->…
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