दो दिवसीय प्रथम गुरु द्रोण महोत्सव समापन
प्रधान संपादक योगेश
गुरुग्राम। सेक्टर-14 के राजकीय कन्या महाविद्यालय में रविवार को दो दिवसीय प्रथम गुरु द्रोण महोत्सव समापन हुआ। दुसरे दिन राज्य सभा सांसद सुरेश प्रभु ने कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन कर किया। इस महोत्सव में 18 विभिन्न प्रकार की प्रदर्शनी भी लगाई गई। इसमें सबसे अकार्षण केंद्र ढाई सौ साल पुराने सिक्के और रुपये की प्रदर्शनी रही। इसके अलावा पुराने समय के न्यूजपेपर की प्रदर्शनी के स्टाल पर गए। राज्य सभा सांसद सुरेश प्रभु ने इस प्रदर्शन को देखकर गदगद हो गए।
कला प्रदर्शन मे कादीपुर स्कुल के बच्चो ने हरियाणी डांस के माध्यम से हरियाणा की संस्कृति के बारे मे दिखाया और सबका मन मोह लिया। इस डांस को देंखकर लोगो मे एक अलग ही जोश जाग गया। क्योकि हरियाणा के गुरूग्राम मे गुरूओ की धरती पर नृत्य के माध्यम से जागरूक किया। इस नृत्य को लेकर राज्य सभा सांसद सुरेश प्रभु नें तारीफ के पुल बांध दिये और कहा कि इन बच्चो का नृत्य बेहतरीन प्रदर्शन किया ये छोटे बच्चों ने अपनी कला से लोगो का दिल मोह लिया।
इसमें 15 से ज्यादा स्कूलों ने भाग लिया। जिसमें स्कूल के बच्चों के द्वारा रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। विभिन्न प्रतियोगिताएं रखी गई थी। जिसमें बच्चों ने बढ़ चढ़कर भाग लिया। महोत्सव में एक तरफ स्टॉल लगी हुई थी, तो सामने मंच पर स्कूल के बच्चों के लिए रंगोली, पेंटिंग, लेखन प्रतियोगिता, फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता और खेल प्रतियोगिता में हिस्सा लिया। आयोजन कमेटी की तरफ से गुंजन मेहता ने कार्यक्रम की पूरी प्रस्तावना रखी
देश प्रेम को लेकर जागरूक रहना चाहिए
राज्य सभा सांसद ने कहा कि यह कार्यक्रम आजादी के अमृत महोत्सव के तत्वावधान में आयोजित किया जा रहा है। उन्होंने बच्चों को बताया कि किस प्रकार देश प्रेम को लेकर लोगों को जागरूक रहना चाहिए। देश प्रेम हमें किसी और से सीखने की जरूरत नहीं, हमारे अंदर ही कूट-कूट कर भरा होना चाहिए। इसको लेकर गुरुद्रोण के जीवन को सभी गहनता से अध्ययन करें कि गुरुद्रोण ने किस प्रकार अपने राष्ट्र के प्रति अपना राष्ट्रप्रेम जागृत करते हुए एकलव्य को कहा था कि मैं राज परिवार से जुड़ा हुआ हूं, इसलिए मैं किसी अन्य को धनुर्विद्या नहीं सिखा सकता।
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