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कृषि कानून वापसी के संघर्ष को अगली पीढी किताबों में पढ़ेंगी: अजय 

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कृषि कानून वापसी के संघर्ष को अगली पीढी किताबों में पढ़ेंगी: अजय 

कृषि कानून के विरोध में जान गंवाने वाले किसानों की याद में कैंडल मार्च

कृषि कानूनों की वापसी आंदोलनकारी किसान और साथ देने वालों की जीत

कैंडल मार्च निकाल आंदोलन में मृतक किसानों को श्रद्धांजलि अर्पित की

फतह सिंह उजाला
गुरूग्राम। 
कृषि के तीन काले कानूनों को रद्द करवाने की मांगों को लेकर धरने और प्रदर्शन के दौरान अपने प्राणों की आहूति देने वाले 700 से अधिक किसानों की दिवगंत आत्मा की शांति के लिए पूर्व मंत्री कैप्टेन अजय सिंह यादव के नेतृत्व में कांग्रेस के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने कैंडल मार्च निकाला। सभी कांग्रेसजन मोर चौक से कैंडल मार्च निकालते हुए जॉन हॉल तक गए। इस दौरान उन्होंने जय-जवान, जय-किसान के नारे लगाए। कैप्टेन अजय सिंह यादव ने कहा कि हमने किसानों की आत्मा की शांति के आज कैंडल मार्च निकाला है। हम अपनी श्रद्धांजलि किसान भाईयों को अर्पित करते हैं।

उन्होंने कहा कि कृषि कानूनों की वापसी आंदोलनकारी किसान और उनका साथ देने वालों की जीत है। सरकार को यह फैसला काफी पहले लेना चाहिए था। जिससे इतने किसानों की शहादत नहीं होती। जिस तरह से किसानों ने कृषि कानून वापसी के लिए संघर्ष किया है, इसे अगली पीढय़िां किताबों में पढ़ेंगी। यह खेती बचाने व आत्मसम्मान की लड़ाई थी। इसमें सरकार को झुकना पड़ा। घोषणा से साफ हो गया कि कानून किसान हित में नहीं थे।  यादव ने कहा कि किसानों ने एक साल कड़ी सर्दी व धूप में मांगों को लेकर धरना जारी रखा। वह सरकार के दबाव के बावजूद पीछे नहीं हटे। उनकी हिम्मत की वजह से ही सरकार को झुकना पड़ा।

देशभर के किसानों की जीत
कांग्रेस व्यापार प्रकोष्ट के चेयरमैन पंकज डावर ने कहा कि किसानों की एकता के कारण सरकार को कानून वापस लेने की घोषणा करनी पड़ी। यदि प्रधानमंत्री अपनी हट छोडकर पहले किसानों की बात मान लेते तो इतने किसान शहीद नही होते। इस संघर्ष में हमारे 700 से अधिक किसानों ने अपने प्राणों की आहुति दी उनको हम अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। यह देशभर के किसानों की जीत है, लेकिन कानून संसद में वापस नहीं होने तक सभी को ऐसे ही डटे रहना होगा। साथ ही हमारी मांग है कि सभी किसानों को शहीद का दर्जा दिया जाए व जिन किसानों पर बर्बता कर लाठी चार्ज और मुकदमें दर्ज किए हैं उन मुकदमों को वापिस लेकर आर्थिक मदद की जाए। इस मौके पर राव कमलवीर, सुधीर चौधरी, इंद्र सिंह सैनी, राहुल यादव, राजेश बादशाहपुर, लाल सिंह यादव, प्रवीण यादव, सुशील टुल्लर, कुलराज कटारिया, कुलदीप कटारिया, कुलदीप रामगढ, अमित कोचर, भारत मदान, गौरव टांक, अरविंद यादव, प्रवेश मानेसर, मनोज मानेसर, एडवोकेट जितेश सांगवान, कार्तिक गहलोत, निर्मल यादव, रशमी शर्मा, डा. रेखा यादव, बबलु प्रजापत इत्यादि मौजूद रहे।

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