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लो जी… अपनी आंखों से देखो, उद्घाटन के 100 दिन बाद !

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लो जी… अपनी आंखों से देखो, उद्घाटन के 100 दिन बाद !

राव इंद्रजीत सिंह ने 9 अगस्त को किया था इस रोड का उद्घाटन

100 दिन बाद ही 50 लाख की लागत वाले सीसी रोड को उधेड़ा गया

यहां पर करीब 300 फुट क्षेत्र में डाले गए हैं सीवरेज के पाइप लाइन

सुरक्षा प्रबंध के बिना बीती रात में और दिन भर यहां होते रहे हादसे

आखिर सीएम खट्टर कब करवाएंगे हेली मंडी में विकास कार्यों की जांच

फतह सिंह उजाला
पटौदी ।
 किसी भी महत्वपूर्ण परियोजना के सफलतापूर्वक 100 दिन पूरे होने या फिर सरकार बनने के बाद सरकार के कार्यकाल के 100 दिन पूरे होने पर जश्न मनाने की परंपरा अपनी जड़े गहरी जमा की जा रही है । लेकिन जब उद्घाटन के एक 100 दिन बाद ही 50 लाख रुपए की लागत वाले सीसी रोड को तोड़ा जाए ? तो इस पर जश्न मनाया जाए या फिर पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच कराई जाए । अब यही सवाल जवाब मांग रहा है। कुछ दिन पहले भी सीएम मनोहर लाल खट्टर ने गुरुग्राम आगमन पर एक शिकायत के मामले को गंभीरता से लेते हुए कहा था कि हेली मंडी नगर पालिका की 1990 से करवाए जा रहे तमाम प्रकार के कार्यों की जांच करवाई जाएगी। अब सवाल यह है कि आखिर इस जांच के आदेश कब दिए जाएंगे और जांच कब आरंभ होगी ?

पटौदी विधानसभा क्षेत्र के हेलीमंडी नगरपालिका इलाके में करीब 50 लाख रुपए की लागत से बनाए गए सीसी रोड का उद्घाटन सांसद एवं केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह के द्वारा 9 अगस्त को किया गया था। इसी दिन राव इंद्रजीत सिंह के द्वारा हेली मंडी नगर पालिका क्षेत्र में कुल 16 करोड़ 33 लाख रुपए के विभिन्न विकास और निर्माण कार्यों का उद्घाटन और शिलान्यास बड़े धूमधाम वाले अंदाज में किया गया। यह बात अलग है उद्घाटन और शिलान्यास राव इंद्रजीत सिंह ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के द्वारा दिल्ली में बैठे-बैठे ही किया । अब सवाल यह है कि जिस 50 लाख के सी सी रोड का राव इंद्रजीत सिंह के द्वारा उद्घाटन किया गया, उद्घाटन के 100 दिन बाद ही इस सड़क मार्ग को बीचोबीच से गहराई तक खुदाई कर यहां नए सिरे से सीवरेज के पाइप लाइन जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग पटौदी के द्वारा डाले गए । यह कार्य भी उस दौरान किया जा रहा है जब गंभीर वायु प्रदूषण को देखते हुए न्यायालय के दखल के बाद सरकार और प्रशासन के द्वारा तमाम प्रकार के निर्माण एवं मरम्मत इत्यादि जैसे कार्यों पर पूरी तरह से रोक लगाई हुई है ।

पहले क्यों नहीं डाले सीवर पाइप
करीब सवा साल पहले हेली मंडी में मुख्य प्रवेश करने वाले इलाके अथवा क्षेत्र में नए सिरे से सीसी रोड बनाने का काम आरंभ किया गया । उसी समय स्थानीय निवासियों देवेंदर हैप्पी जैन, पवन, मनीष, मोहन, अशोक व अन्य दुकानदारों के द्वारा इस बात की जबरदस्त तरीके से मांग की गई हेली मंडी में बरसाती पानी भरने की गंभीर समस्या को देखते हुए यहां पर सीवर पाइप लाइन का डाला जाना बहुत जरूरी है। लेकिन न तो इस मामले को हेलीमंडी नगर पालिका प्रशासन के द्वारा गंभीरता से लिया गया और नहीं जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग ने जरूरी समझा। बीते मानसून में जब बरसात आई तो जलभराव के कारण स्थानीय लोगों को परेशानी और व्यापारियों को हुए नुकसान का मुद्दा गरम हुआ, तो जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग की नींद भी टूटी। यह मामला स्थानीय एमएलए एडवोकेट सत्य प्रकाश जरावता सहित सूबे के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला के हेलीमंडी असगमन पर दोनों के संज्ञान में भी लाते हुए स्थानीय व्यापारियोंके द्वारा समस्या के समाधान की मांग की गई ।

करीब 6 लाख रूपए का खर्चा होगा  
मौजूदा समय में जितने भी क्षेत्र में सीसी रोड को उखाड़ कर एक बार नए सिरे से सीवरेज के पाइप लाइन डाले जा रहे हैं , इस सब का खर्चा जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के सूत्रों के मुताबिक करीब 6 लाख है । सवाल यह है जिस समय इस सीसी रोड को बनाया गया , उसी वक्त ही यहां खुदाई करके सीवरेज के पाइप लाइन डाल दिए जाते तो आज 50 लाख रुपए के सीसी रोड को उखाड़ने की न तो जरूरत पड़ती और ना ही 6 लाख अलग से खर्च किए जाते। हेलीमंडी पालिका प्रशासन, जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग और सथानीय मार्केटिंग बोर्ड के तकनीकि विभाग के बीच आपसी तालमेल बना बरसाती पानी की निकासी की समस्या के समाधाान पर चर्चा के बाद सीसी रोड बनाया जाता तो, आज इसको उखाड़ने की जरूरत ही नहीं पड़ती।

पेयजल के कनेक्शन भी क्षतिग्रस्त
50 लाख रुपए की लागत वाले सीसी रोड को रात के अंधेरे में जिस प्रकार से उखाड़ कर गहराई तक खुदाई कर यहां सीवरेज के पाइप लाइन डाले गए , उसके कारण अनेक निवासियों के पेयजल के कनेक्शन भी क्षतिग्रस्त हो गए । मंगलवार रात को भी और बुधवार दिन में भी स्थानीय निवासी अपने खर्चे पर पेयजल कनेक्शन के पाइप कि या तो मरम्मत कराते देखे गए या फिर नए सिरे से काम को पूरा करवाया गया । इससे पहले भी जिस समय सीसी रोड को मनाया गया, उस समय भी स्थानीय निवासियों के सीवरेज और पेयजल के कनेक्शन क्षतिग्रस्त हो गए थे । तब भी लोगों ने मजबूरी में अपने ही खर्चे से सीवरेज और पेयजल के कनेक्शन करवाए गए।

तो क्या लोगों की फूट गई  
बुधवार को जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग के ही एक अधिकारी से सीवरेज पाइप डालने के बाद आम जनमानस को हो रही परेशानी और यहां पर आते जाते खुदाई वाली जगह पर अचानक ध्ंसने वाले वाहनों तथा आम जनमानस को हो रही परेशानी के संदर्भ में कहां गया तो टका सा जवाब मिला की, यहां आने जाने वाले लोगों की आंखें क्या फूटी हुई है ? उनको दिखाई नहीं देता कि काम किया जा रहा है। बीती रात को भी डाले गए सीवरेज पाइप का पानी कहीं ना कहीं लीक होने की वजह से कई स्थानों पर मिट्टी बैठ गई, यही हालात दिन में भी बने हुए देखे गए । यहां पर आने जाने वाले वाहन भी इसी खुदाई किए जाने वाले स्थान पर ध्ंासते रहे । स्थानीय निवासियों एवं दुकानदारों में देवेंद्र हैप्पी जैन , बनारसी दास, सुंदरलाल, पवन, कालू ,मनीष, रिंकू ,गंगाराम, मोहन , हरिओम, अशोक, परवीन , हरि प्रकाश सहित अन्य का कहना है कि जिस स्थान पर रोड की खुदाई कर सिवरेज डाले गए हैं । उसके एक तरफ तो पेयजल का संकट बना हुआ है तो दूसरी तरफ बरसाती पानी निकासी की समस्या गंभीर हो जाएगी।  इसका मुख्य कारण है बीच में सीवरेज मेनहोल को पूरी तरह से हटाकर पंजाब नेशनल बैंक और गर्ल्स स्कूल गली मोड तक नए सिरे से सीवर के पाइप लाइन डाले गए हैं । ऐसे में जिस सीवर मेनहोल को हटाया गया है, उसमें जो कनेक्शन किए गए थे अब कनेक्शन नहीं रहने से करीब एक दर्जन घरों में से मानसून के दौरान बरसाती पानी निकलने की समस्या जी का जंजाल बन जाएगी।

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