पुलिस का प्राथमिक दायित्व जनता की सुरक्षा सुनिश्चित करना – डीजीपी ओपी सिंह
पुलिस का प्राथमिक दायित्व जनता की सुरक्षा सुनिश्चित करना – डीजीपी ओपी सिंह
अधिकारियों को निर्देश कि जनता से अच्छा व्यवहार, सेवा भाव से ड्यूटी करें
थाने-चौकी स्तर पर संवेदनशील, जवाबदेह, तकनीकी सक्षम पुलिस सुनिश्चित करें
एसएचओ, 05 मोस्ट वांटेड अपराधी गिरफ्तार कर रिपोर्ट 20 नवम्बर तक कराएं
ओ.पी. सिंह की अध्यक्षता में उच्च स्तरीय महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक का आयोजन
फतह सिंह उजाला
गुरुग्राम 08 नवम्बर । हरियाणा पुलिस के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) ओ.पी. सिंह की अध्यक्षता में शनिवार को पुलिस आयुक्त कार्यालय, गुरुग्राम के सभागार/कॉन्फ्रेंस हॉल में एक उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया।
बैठक का मुख्य उद्देश्य कानून-व्यवस्था की स्थिति, अपराध नियंत्रण, महिला सुरक्षा, साईबर अपराधों की रोकथाम, ट्रैफिक प्रबंधन एवं जनसहभागिता आधारित पुलिसिंग की प्रगति की समीक्षा करना था।
डीजीपी ओ.पी. सिंह ने बैठक में उपस्थित अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि पुलिस का प्राथमिक दायित्व जनता की सुरक्षा सुनिश्चित करना और अपराध पर प्रभावी नियंत्रण रखना है।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जनता से साथ अच्छा व्यवहार करें, सेवा भाव से अपनी ड्यूटी का निर्वहन करें तथा प्रत्येक थाने और चौकी स्तर पर संवेदनशील, जवाबदेह और तकनीकी रूप से सक्षम पुलिसिंग सुनिश्चित की करें।
डी.जी.पी. महोदय ने सभी डीसीपी को निर्देश दिए कि अपने एरिया में जो अपराधी बेल पर है उनकी निगरानी रखे, अपराधियों को हिस्ट्रीशीट खोले, किसी भी प्रकार के अपराध में संलिप्तों के खिलाफ तत्पर कार्यवाही करें, वांछितों को गिरफ्तार करें तथा प्रत्येक एसएचओ, 05 मोस्ट वांटेड अपराधी गिरफ्तार करके उसकी गिरफ्तारी रिपोर्ट 20 नवम्बर तक सुनिश्चित कराएं।
सामुदायिक पुलिसिंग कार्यक्रमों को मजबूत करें
उन्होंने आधुनिक तकनीकों — जैसे सीसीटीवी नेटवर्क, डेटा एनालिटिक्स, डिजिटल इंटेलिजेंस और साईबर मॉनिटरिंग — का अधिकतम उपयोग करके अपराधों की त्वरित जांच और रोकथाम की जाए। डीजीपी ने विशेष रूप से महिला सुरक्षा, सड़क सुरक्षा और युवा वर्ग में नशे की रोकथाम पर सख्त निगरानी रखने के निर्देश दिए।पुलिस महानिदेशक ने बैठक के दौरान अपराध दर, केस सॉल्विंग रेट, गंभीर अपराधों की जांच प्रगति, एवं फील्ड स्तर पर पुलिस उपस्थिति की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को जनता के साथ सतत संवाद बनाए रखने, पुलिस-जन सहयोग को बढ़ावा देने तथा सामुदायिक पुलिसिंग कार्यक्रमों को और मजबूत करने के निर्देश दिए।
अधीनस्थ स्टॉफ का हर तरह से ध्यान रखेंगे
इस मीटिंग में उपस्थित सभी पुलिस अधिकारियों को सम्बोधित करते हुए पुलिस महानिदेशक ने कहा कि अपने अधीनस्थ स्टॉफ का हर तरह से ध्यान रखेंगे, उनकी ड्यूटी, रेस्ट, उनके दुःख-सुख/परेशानियां इत्यादि।अंत में उन्होंने अधिकारियों से कहा कि “पुलिस का चेहरा जनता के विश्वास से पहचाने, इसके लिए हमें न केवल अपराधों पर नियंत्रण रखना है, बल्कि नागरिकों को सुरक्षा और न्याय का भरोसा दिलाना भी हमारी जिम्मेदारी है।”डीजीपी हरियाणा ओ पी. सिंह की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई इस मीटिंग में श्रीमती ममता सिंह पुलिस आयुक्त (सोनीपत), विकास अरोड़ा , पुलिस आयुक्त (गुरुग्राम), डॉ राजश्री सिंह , पुलिस आयुक्त (झज्जर), सतेन्द्र कुमार गुप्ता , पुलिस आयुक्त (फरीदाबाद), सतीश बालन आई.जी. एसडीएफ श्रीमती नाजनीन भसीन , आई.जी. साउथ रेंज (रेवाड़ी), श्रीमती संगीता कालिया, संयुक्त पुलिस आयुक्त (गुरुग्राम) सहित पुलिस कमिश्नरेट गुरुग्राम के सभी डीसीपी, एसीपी और एसएचओ , अपराध शाखाओं के इंचार्ज एवं पुलिस मुख्यालय, पंचकूला से आए वरिष्ठ अधिकारी तथा आस पास के पुलिस जिलों के अधिकारी उपस्थित रहे।
